हल्द्वानी। शतरंज की दुनिया में उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाले 7 वर्षीय तेजस तिवारी को उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की ओर से ‘उत्तराखंड बाल गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान समारोह 18 दिसंबर को देहरादून में आयोजित होगा, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तेजस को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान करेंगे।
तेजस तिवारी हल्द्वानी के दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 1 के छात्र हैं। कम उम्र में ही उन्होंने शतरंज के क्षेत्र में अपनी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन किया है और कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं।
तेजस की उपलब्धियां
- विश्व रिकॉर्डधारी: तेजस ने सिर्फ 5 साल 6 महीने की उम्र में फिडे रेटिंग हासिल की और जुलाई 2023 में दुनिया के सबसे कम उम्र के फिडे रेटेड शतरंज खिलाड़ी के रूप में रिकॉर्ड बनाया।
- राष्ट्रीय स्तर पर छाप: सितंबर 2024 में मैसूर (कर्नाटक) में आयोजित नेशनल अंडर-7 शतरंज प्रतियोगिता में तेजस ने 9 में से 7 मैच जीते और 1 ड्रॉ खेलते हुए 7.5 अंक अर्जित कर पांचवां स्थान हासिल किया। उत्तराखंड के किसी भी शतरंज खिलाड़ी का यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
- प्रारंभिक उपलब्धियां: मात्र 4 वर्ष की उम्र में तेजस ने अपना पहला फिडे रेटिंग टूर्नामेंट खेला। इसके बाद, उन्होंने 15 राज्यों में आयोजित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शतरंज टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और कई बार शानदार प्रदर्शन किया।
- उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व: तेजस ने अब तक 7 राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिताओं में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व किया है। अगस्त 2023 में उनके विश्व रिकॉर्ड के सम्मान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें देहरादून में सम्मानित किया था।
- स्टेट चैंपियनशिप के विजेता: तेजस ने उत्तराखंड स्टेट अंडर-7 (2022), उत्तराखंड स्टेट अंडर-8 (2023) और उत्तराखंड स्टेट अंडर-9 (2024) शतरंज प्रतियोगिताओं में पहला स्थान हासिल किया है।
- सीबीएसई जोनल चैंपियनशिप में दमदार प्रदर्शन: दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल की टीम के साथ, तेजस ने सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में आयोजित सीबीएसई जोनल प्रतियोगिता के अंडर-19 वर्ग में भाग लिया। उन्होंने 7 में से 6 मैच जीतकर अपनी टीम को जोनल चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई।
- 50 से अधिक प्रतियोगिताओं में भागीदारी: तेजस ने 50 से अधिक शतरंज प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है और इनमें से अधिकतर प्रतियोगिताओं में पुरस्कार और पदक अपने नाम किए हैं।
प्रेरणा और लक्ष्य
तेजस के आदर्श ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश हैं, जो दुनिया के शीर्ष युवा शतरंज खिलाड़ियों में शामिल हैं। तेजस का सपना है कि वह भी एक दिन शतरंज विश्व चैंपियन बनें। उनके परिवार, शिक्षक और कोच का मानना है कि उनकी मेहनत और लगन उन्हें इस लक्ष्य तक अवश्य पहुंचाएगी।
सम्मान का महत्व
शतरंज के क्षेत्र में तेजस तिवारी की असाधारण उपलब्धियों के चलते, उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग ने उन्हें ‘उत्तराखंड बाल गौरव सम्मान’ के लिए चुना है। यह सम्मान राज्य की उभरती प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने के लिए दिया जाता है।
तेजस की यह सफलता न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। उनका सफर दिखाता है कि छोटे शहरों के बच्चे भी अपनी मेहनत और हुनर के दम पर वैश्विक मंच पर नाम कमा सकते हैं। तेजस की कहानी उन बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो बड़े सपने देखते हैं और उन्हें पूरा करने का हौसला रखते हैं।