ईरान-इजरायल तनाव के बीच ट्रंप ने दी हमले की मंजूरी, अंतिम आदेश पर रोक

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ईरान ने चेताया–अमेरिकी हस्तक्षेप का होगा करारा जवाब, अपूरणीय क्षति उठाएगा अमेरिका

नई दिल्ली। ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर सैन्य कार्रवाई की योजना को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। हालांकि उन्होंने अंतिम आदेश पर फिलहाल रोक लगाई है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने अपने वरिष्ठ सलाहकारों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि अंतिम निर्णय से पहले यह परखा जाए कि क्या ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को छोड़ने को तैयार है या नहीं।

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रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप को उम्मीद है कि इजरायल की हमले की धमकी और अमेरिका की आक्रामक मुद्रा से ईरान अपने परमाणु इरादों पर पुनर्विचार करेगा। हालांकि, ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई ने अमेरिका की चेतावनियों को खारिज कर दिया है और उल्टा ट्रंप को ही गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है।

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खामेनेई ने स्पष्ट कहा कि ईरान कभी नहीं झुकेगा और किसी भी अमेरिकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा। उन्होंने कहा कि “अमेरिका को अपूरणीय क्षति झेलनी पड़ेगी।”

रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप को समर्थन देने वाले रिपब्लिकन खेमे में भी इस निर्णय को लेकर मतभेद उभर आए हैं। ट्रंप के पुराने रणनीतिकार और सहयोगी स्टीव बैनन जैसे कई प्रमुख नेता ईरान पर हमले के खिलाफ हैं। वे नहीं चाहते कि अमेरिका को मिडिल ईस्ट के एक और युद्ध में झोंक दिया जाए।

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रिपोर्ट बताती है कि ट्रंप के आक्रामक रुख ने उनके राजनीतिक आधार को दो भागों में बांट दिया है—एक ओर सैन्य हस्तक्षेप के पक्षधर और दूसरी ओर आइसोलेशन की नीति को समर्थन देने वाले। अब सबकी नजर ट्रंप के अंतिम फैसले और ईरान की प्रतिक्रिया पर टिकी है, जो आने वाले दिनों में पश्चिम एशिया की दिशा तय कर सकती है।