नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर जिले में शुक्रवार सुबह एक भीषण औद्योगिक हादसा सामने आया, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। बुटीबोरी एमआईडीसी फेज-2 स्थित अवाडा सोलर प्लांट में एक विशाल पानी का टैंक अचानक फट गया। टैंक फटते ही पानी और मलबे का तेज सैलाब फैल गया, जिसकी चपेट में प्लांट में काम कर रहे कई मजदूर आ गए।
हादसा इतना भयावह था कि तीन मजदूरों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि आठ से अधिक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। टैंक के धमाके के साथ ही प्लांट परिसर में अफरा-तफरी मच गई और चारों ओर चीख-पुकार सुनाई देने लगी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग और आपातकालीन सेवाएं तत्काल मौके पर पहुंचीं। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाया गया। मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकालकर घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस ने मृतकों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं, वहीं उनकी पहचान की प्रक्रिया जारी है।
इस हादसे ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में श्रमिक सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच में यह पता लगाया जाएगा कि टैंक के रखरखाव में लापरवाही थी या किसी तकनीकी खामी के कारण यह हादसा हुआ।
प्रशासन ने साफ किया है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
