उत्तरकाशी। धराली गांव और हर्षिल में बादल फटने के दो दिन बाद भी राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है। बुधवार को मलबे से धराली के 32 वर्षीय युवक आकाश पंवार का शव बरामद किया गया, जबकि हर्षिल स्थित सेना कैंप में फंसे 11 घायल जवानों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, जिन्हें हेलीकॉप्टर के ज़रिए जिला अस्पताल, आईटीबीपी अस्पताल और देहरादून भेजा गया।
भारतीय सेना, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें संयुक्त रूप से खोज और बचाव अभियान में जुटी हैं। सेना की ओर से बताया गया कि बादल फटने के बाद 225 से अधिक जवानों की तैनाती कर त्वरित मानवीय सहायता और राहत कार्य शुरू किया गया है। रीको रडार और खोजी कुत्तों की मदद से टेकला और हर्षिल में लगातार खोजबीन जारी है।
बता दें कि मंगलवार को हर्षिल घाटी में तीन स्थानों पर बादल फटने से धराली गांव में कई होटल और रेस्टोरेंट जमींदोज हो गए थे, जबकि हर्षिल के सैन्य शिविर में 21 जवान लापता हो गए थे। प्रशासन के मुताबिक, अभी भी मलबे में धराली के 8 स्थानीय युवक, 2 नेपाली नागरिक और 10 सेना के जवान लापता हैं।
पहले दिन गंगोत्री हाईवे क्षतिग्रस्त होने और लगातार मलबा गिरने के कारण राहत टीमें मौके तक नहीं पहुंच सकी थीं। बुधवार को मौसम साफ होते ही हेलीकॉप्टरों से राहत टीमें पहुंचाई गईं और अभियान को तेज़ किया गया। प्रशासन और सेना द्वारा इलाके की सड़कें व पुल टूटने से संपर्क मार्गों को बहाल करने का काम भी युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है। स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है।