नई दिल्ली। सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में भाग लेते हुए देश के प्रथम उपप्रधानमंत्री को नमन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर वे 140 करोड़ भारतीयों को बधाई देते हैं।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद सरदार पटेल ने 550 से अधिक रियासतों को भारतीय संघ में मिलाकर असंभव लगने वाले कार्य को संभव किया। उनकी दूरदर्शिता और दृढ़ नेतृत्व ने भारत को एक सशक्त राष्ट्र के रूप में खड़ा किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज करोड़ों लोगों ने एकता की शपथ ली है। हमें ऐसे कार्यों को बढ़ावा देना चाहिए जो देश की एकता को मजबूत करें और उन विचारों से दूर रहना चाहिए जो एकता को कमजोर करते हैं। यही आज के भारत की सबसे बड़ी आवश्यकता है।”
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस हमारे राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक हैं, उसी प्रकार ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ हमारे जीवन में प्रेरणा और गर्व का दिवस है। प्रधानमंत्री ने बताया कि एकता नगर में एकता मॉल, एकता गार्डन और अन्य स्मारक भारत की एकता और अखंडता के प्रतीक हैं।
देशभर में आयोजित ‘रन फॉर यूनिटी’ में करोड़ों भारतीयों की भागीदारी को उन्होंने नए भारत की संकल्प शक्ति का प्रमाण बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल का मानना था कि इतिहास लिखने में समय न गंवाकर इतिहास रचने के कार्य में जुटना चाहिए। उनकी नीतियों और निर्णयों ने भारत के इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ा। उन्होंने कहा कि आज का भारत भी उसी भावना के साथ आगे बढ़ रहा है, जहां एकता, संकल्प और सेवा सर्वोपरि है।

 
			 
			 
			