हल्द्वानी। पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच द्वारा हर वर्ष आयोजित किए जाने वाले उत्तरायणी मेले की तैयारियाँ प्रारम्भ हो गई हैं। मंच के अध्यक्ष खड़क सिंह बगडवाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई कार्यकारिणी की बैठक में निर्णय लिया गया कि इस वर्ष मेले को विशेष रूप से भव्य स्वरूप प्रदान किया जाएगा।
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने कहा कि पर्वतीय संस्कृति को उजागर करने वाली संस्था द्वारा आयोजित यह मेला प्रदेश की लोकसंस्कृति और परंपराओं के संरक्षण का प्रतीक है। इस अवसर पर मंच के संरक्षक हुकुम सिंह कुंवर ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में उत्तरायणी मेले को भव्य रूप में आयोजित करना सभी का उत्तरदायित्व है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय संस्कृति को जीवंत बनाए रखने में संस्था की भूमिका सराहनीय है।
मंच अध्यक्ष खड़क सिंह बगडवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने भी पर्वतीय क्षेत्रों में आयोजित मेलों को आकर्षक और भव्य स्वरूप देने की अपेक्षा व्यक्त की है। संस्था लगातार प्रदेश की लोकसंस्कृति के उत्थान और संरक्षण के लिए प्रयासरत है।
सचिव देवेंद्र तोलिया ने जानकारी दी कि उत्तरायणी मेला 7 जनवरी से 15 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे अपने बहुमूल्य सुझाव देकर मेले को और अधिक आकर्षक व सफल बनाने में सहयोग करें।
बैठक में उपाध्यक्ष गोपाल सिंह बिष्ट, त्रिलोक बनोली, श्रीमती शोभा बिष्ट, पुष्पा सम्माल, घरम सिंह बिष्ट, चंद्रशेखर परगाई, संदीप भैसोड़ा, रितिक आर्या, बृजमोहन बिष्ट, कमल किशोर, नरेंद्र सिंह बगडवाल सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।
