देहरादून। इस साल चारधाम यात्रा के दौरान पहली बार अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी। हालिया पहलगाम आतंकी हमले को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने केंद्र सरकार से अर्द्धसैनिक बलों की 10 कंपनियां उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। इनमें छह कंपनियां गढ़वाल परिक्षेत्र और चार कंपनियां कुमाऊं परिक्षेत्र के धार्मिक स्थलों व पर्यटन क्षेत्रों में तैनात की जाएंगी।
यात्रा मार्ग को सुरक्षा की दृष्टि से 15 सुपर जोन, 41 जोन और 137 सेक्टरों में बांटा गया है। हर सेक्टर में पुलिसकर्मियों को 24 घंटे गश्त पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही छह हजार से अधिक पुलिस, एसडीआरएफ और पीआरडी जवानों को ड्यूटी पर लगाया गया है। देहरादून में स्थापित कंट्रोल रूम से पूरे यात्रा क्षेत्र की लगातार निगरानी की जा रही है। इसके अलावा नौ स्थानों पर एएसपी और डीएसपी स्तर के अधिकारियों की तैनाती भी की गई है, ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
डीजीपी दीपम सेठ ने हाल ही में सभी जिलों के पुलिस प्रभारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा प्रबंधों को पुख्ता करने के निर्देश दिए थे। इसी के तहत सभी जिलों में सत्यापन अभियान भी चलाया जा रहा है। खुफिया तंत्र को भी हर समय सतर्क रहने के निर्देश जारी किए गए हैं।
आईजी कानून व्यवस्था डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। जल्द ही इन बलों का आवंटन कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि श्रद्धालुओं को निर्बाध और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिल सके।