संस्कार भारती हल्द्वानी इकाई ने किया “दीपावली परिवार मिलन” का भव्य आयोजन
हल्द्वानी। भारतीय संस्कृति की उत्कृष्ट परंपराओं और कलाओं के माध्यम से “वसुधैव कुटुम्बकम्” के भाव को साकार करने हेतु कार्यरत संस्कार भारती हल्द्वानी इकाई द्वारा रविवार को मधुबन बैंक्वेट हॉल, नैनीताल रोड में “दीपावली परिवार मिलन” का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती और नटराज प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।
दीप प्रज्ज्वलन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर प्रचारक प्रभाकर, जिला प्रचारक जितेन्द्र, तरुण, संस्कार भारती प्रांत मंत्री उद्योग भारती पांडे, महानगर अध्यक्ष डॉ. महेश पांडे, महामंत्री मोहन पांडे, उपाध्यक्ष संजय बल्यूटिया, कोषाध्यक्ष आर.एस. कालाकोटी, कार्यक्रम संयोजक मनोज पांडे, दृश्य विधा प्रमुख कुसुम पांडे और कविता पांडे द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का आरंभ संस्कार भारती ध्येय गीत के सामूहिक गायन से हुआ। इसके बाद मंच पर क्षेत्र के प्रख्यात एवं नवोदित कलाकारों ने नृत्य, रंगोली, चित्रकला, शास्त्रीय गायन और काव्य-पाठ की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं। वरिष्ठ कलाकार प्रभाकर जोशी, डॉ. महेश पांडे, हरीश भट्ट और हेमंत कश्यप के साथ-साथ नवोदित कलाकार विभाषना पांडे, पर्णिका पांडे, युक्तिदां पांडे, दक्षिता पांडे, रिया, कशिश और साक्षी उप्रेती ने शानदार प्रस्तुतियाँ दीं।

राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित कुसुम पांडे के निर्देशन में नवोदित कलाकारों विष्णु तिवारी, चेतन जोशी, खुशी पालड़ी, ज्योति पांडे, रिया कबड्वाल, रिया मिश्रा, आंचल, नीतिश शर्मा, जय टम्टा, पल्लवी फर्त्याल, निश्चल तिवारी, दिमिरा, भाविका और अथर्व पांडे ने दीपावली थीम पर रंगोली और चित्रकारी प्रस्तुत की।
संगीत संगत में गिरिजेश तिवारी ने तबले पर और हरीश मेहता ने हारमोनियम पर साथ दिया। इस अवसर पर जिला प्रचारक जितेन्द्र जी ने कहा कि संस्कार भारती भारतीय संस्कृति के संरक्षण और कला के माध्यम से परिवार व्यवस्था की सुदृढ़ परंपरा को जीवंत बनाए रखे हुए है।
कार्यक्रम संचालन एवं व्यवस्था में कृष्णकांत भट्ट, धीरज पडियार, मुकेश तिवारी, ललित तिवारी और नीरज जोशी सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भूमिका निभाई। सांस्कृतिक परिवार मिलन में हल्द्वानी और आसपास के अनेक कलाविदों, कला-प्रेमियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया और भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत को आत्मसात किया।