ढाका। बांग्लादेश के मशहूर गायक जेम्स के फरीदपुर में प्रस्तावित संगीत कार्यक्रम में शुक्रवार रात उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब भीड़ ने कार्यक्रम स्थल पर पथराव कर दिया। हालात बिगड़ने के बाद आयोजकों को कॉन्सर्ट रद्द करने का फैसला लेना पड़ा। घटना में फरीदपुर जिला स्कूल के 15 से 20 छात्र घायल हो गए हैं।
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, यह कॉन्सर्ट शुक्रवार रात करीब नौ बजे फरीदपुर जिला स्कूल परिसर में स्कूल की 185वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित होना था। आयोजन समिति के मुताबिक, प्रवेश से रोके जाने के बाद बाहरी लोगों के एक समूह ने जबरन कार्यक्रम स्थल में घुसने की कोशिश की। विरोध करने पर उपद्रवियों ने ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया और मंच पर कब्जा करने का प्रयास किया।
घटना के दौरान फरीदपुर जिला स्कूल के छात्रों ने हमलावरों का विरोध किया, जिसके चलते भीड़ को पीछे हटना पड़ा। हालांकि हालात तनावपूर्ण बने रहे। रात करीब 10 बजे पुलिस उपायुक्त के निर्देश पर आयोजन समिति के संयोजक मुस्तफिजुर रहमान शमीम ने कार्यक्रम रद्द करने की घोषणा कर दी।
आयोजन समिति के सदस्य राजिबुल हसन खान ने बीडीन्यूज24 से कहा, “हमने जेम्स के कार्यक्रम के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं, लेकिन अब तक यह समझ नहीं आ पाया है कि हमला क्यों हुआ और इसके पीछे कौन लोग थे।” उन्होंने बताया कि पथराव के दौरान कई छात्र घायल हुए।
इस घटना को लेकर बांग्लादेश की निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा कि बांग्लादेश में सांस्कृतिक गतिविधियों को निशाना बनाने का चलन बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक केंद्र छायानाट और उदिची जैसे संगठनों पर भी हमले हो चुके हैं और अब मशहूर गायक जेम्स का कार्यक्रम रोक दिया गया।
तस्लीमा नसरीन ने हाल की एक अन्य घटना का जिक्र करते हुए कहा कि विश्व प्रसिद्ध संगीतकार उस्ताद अलाउद्दीन खान के पोते सिराज अली खान भी हाल ही में बिना प्रस्तुति दिए ढाका से लौट गए थे। उन्होंने कहा था कि जब तक कलाकारों और सांस्कृतिक संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती, वे बांग्लादेश नहीं आएंगे।
फरीदपुर की यह घटना एक बार फिर बांग्लादेश में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सुरक्षा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
