अहमदाबाद। गुरुवार को हुए भीषण विमान हादसे में अब तक 241 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इस त्रासदी में महज एक व्यक्ति रमेश विश्वास कुमार ही जीवित बच पाए हैं। अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में इलाजरत रमेश विश्वास का कहना है कि उनका बचना किसी चमत्कार से कम नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अस्पताल पहुंचकर रमेश विश्वास से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना।
“मैं खुद को मरा हुआ मान चुका था” — रमेश विश्वास
हादसे के बाद मीडिया से बातचीत में विश्वास ने बताया, “टेक-ऑफ के कुछ ही सेकेंड बाद प्लेन में झटका लगा और महसूस हुआ मानो इंजन रुक गया हो। अचानक तेज आवाज हुई और विमान अस्पताल के हॉस्टल की इमारत से टकरा गया। मेरी तरफ प्लेन का हिस्सा दीवार से नहीं टकराया था, इसलिए जब गेट टूटा तो मैं उसी रास्ते से बाहर निकल पाया।”
उन्होंने आगे बताया कि हादसे के बाद कुछ देर तक उन्हें भी लगा कि वह जीवित नहीं हैं, लेकिन जब होश आया तो बाहर निकलने की कोशिश की। “बायां हाथ थोड़ा जल गया, लेकिन जान बच गई—यही बड़ी बात है।”
पीएम मोदी ने की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल जाकर रमेश विश्वास से मुलाकात की। उन्होंने हादसे की जानकारी ली और रमेश से उनके अनुभव सुने। प्रधानमंत्री ने उन्हें ढांढस बंधाया और कहा कि उनकी जीवित वापसी पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। इससे पहले पीएम मोदी ने दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और वरिष्ठ अधिकारियों एवं मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक कर जांच के आदेश दिए।
हादसे का विवरण
एयर इंडिया की फ्लाइट AI-187 गुरुवार दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी। विमान में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे। टेक-ऑफ के कुछ मिनटों बाद ही विमान तकनीकी खराबी के चलते एक अस्पताल के हॉस्टल से टकरा गया, जिससे विमान में भीषण आग लग गई।
हादसे में अब तक 241 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल हैं।
देशभर में शोक की लहर
इस हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यों के मुख्यमंत्रियों और प्रमुख नेताओं ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। हादसे के पीड़ितों के परिजनों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिलाया गया है।
जांच के आदेश
सरकार ने उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन कर दिया है, जो विमान हादसे के कारणों की विस्तृत जांच करेगी। शुरुआती रिपोर्ट में इंजन फेल्योर और तकनीकी गड़बड़ी की आशंका जताई गई है।