देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर जनहित के मुद्दों पर दिशा-निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सबसे पहले टीबी मुक्त होने वाले तीन जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से अपने जिलों को टीबी मुक्त बनाने के लिए पूरी ताकत से जुटने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से जनहित से जुड़े पांच-पांच नवाचार प्रस्तुत करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे, इसके लिए ज़मीनी स्तर पर प्रभावी काम होना चाहिए।
सीएम धामी ने निर्देश दिए कि विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) से 25 जुलाई तक राज्य भर में वृहद पौधारोपण अभियान चलाया जाए। “एक पेड़ मां के नाम” अभियान को विशेष रूप से बढ़ावा देने और प्लास्टिक मुक्त उत्तराखंड के लिए जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए।
जल स्रोतों के संरक्षण और अमृत सरोवरों की प्रगति की नियमित मॉनिटरिंग के लिए हर जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय मौसम विभाग द्वारा मानसून में औसत से अधिक वर्षा की चेतावनी को देखते हुए सभी जिलों में आपदा प्रबंधन तंत्र को अलर्ट मोड में रखा जाए।
सीएम ने मानसून पूर्व तैयारियों के तहत नालों की सफाई, पेयजल टंकियों की स्वच्छता, बिजली और सड़कों की व्यवस्था दुरुस्त रखने तथा डेंगू, मलेरिया और कोरोना से बचाव के लिए विशेष सतर्कता बरतने को कहा। सभी अस्पतालों की व्यवस्थाओं की भी जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं।
चारधाम यात्रा रूट पर विशेष सतर्कता बरतने, टोल-फ्री नंबरों को सक्रिय रखने और ट्रैफिक प्रबंधन को बेहतर बनाने के निर्देश भी दिए गए। मुख्यमंत्री ने 15 जून को कैंची धाम स्थापना दिवस को लेकर यातायात व्यवस्था चाक-चौबंद रखने और जरूरत अनुसार अस्थायी पार्किंग स्थलों की व्यवस्था के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
मुख्यमंत्री ने स्वदेशी उत्पादों के प्रचार-प्रसार पर बल देते हुए “एक जिला, दो उत्पाद” योजना को गति देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी आयोजनों में स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दी जाए और जनता को इसके प्रति जागरूक किया जाए।