देहरादून। राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में नवंबर के पहले सप्ताह में प्रस्तावित विशेष सत्र की तैयारियों में विधानसभा सचिवालय जुट गया है। दो दिवसीय इस सत्र में कोई विधायी कार्य नहीं होगा, बल्कि सदन में पक्ष और विपक्ष राज्य के 25 वर्षों के विकास और भावी रणनीति पर चर्चा करेंगे।
नौ नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश सरकार ने विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया है। सत्र की तिथि तय करने के लिए मंत्रिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अधिकृत किया है, जो जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे। सत्र देहरादून में आयोजित होगा।
विधानसभा सचिवालय ने सत्र की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस माह के अंतिम सप्ताह में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण सत्र के दौरान सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों की बैठक लेंगी।
विशेष सत्र में न तो प्रश्नकाल होगा और न ही कोई विधायी कार्य। पूरा सत्र राज्य के अब तक के विकास, उपलब्धियों और भविष्य की दिशा पर केंद्रित रहेगा। यह सत्र उत्तराखंड के 25 वर्ष के सफर का आकलन करने और अगले चरण के विकास के लिए नई रूपरेखा तय करने का अवसर बनेगा।