चमोली। गढ़वाली गीत ‘स्वामी जी प्लीज’ में चमोली जिले के उर्गम गांव के संबंध में गलत तथ्यों के प्रस्तुत होने पर मामला तूल पकड़ गया है। ज्योतिर्मठ के ब्लॉक प्रमुख अनूप सिंह नेगी ने गीत में प्रस्तुति दे रही प्रसिद्ध गढ़वाली गायिका प्रियंका मेहर को कानूनी नोटिस भेजा है।
उर्गम गांव के लिए “अपमानजनक शब्द” इस्तेमाल होने का आरोप
ब्लॉक प्रमुख नेगी का कहना है कि गीत में फिल्माई गई एक लाइन—“उर्गम के कस्से में दगड़ियों के साथ फुल नशे में…”—उर्गम गांव की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाली है। नोटिस में कहा गया है कि इस तरह की प्रस्तुति से गांव के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं और गांव की सामाजिक छवि धूमिल हुई है।
उर्गम गांव का धार्मिक महत्व
उर्गम घाटी उत्तराखंड का एक आध्यात्मिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यहां—
- पंच बदरी में से एक ध्यान बदरी, और
- पंच केदारों में पंचम केदार – कल्पेश्वर मंदिर
स्थित हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे धार्मिक महत्व वाले क्षेत्र को नशाखोरी से जोड़कर दिखाना असत्य और आपत्तिजनक है।
गाने से “विश्वभर में गलत संदेश” फैलने का आरोप
नोटिस में यह भी उल्लेख है कि गीत YouTube और सोशल मीडिया के माध्यम से विश्वभर में देखा जा रहा है, जिससे उर्गम गांव की नकारात्मक छवि प्रस्तुत हो रही है। क्षेत्रवासियों में इसको लेकर गहरा आक्रोश है और वे गीत से आपत्तिजनक पंक्तियां हटाने की मांग कर रहे हैं।
गायक ने भी जताई आपत्ति
इधर, गाने में गायक की भूमिका निभा रहे युवक ने सोशल मीडिया पर प्रियंका मेहर का मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए जाने को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने भी इस मामले में नोटिस भेजने की बात कही है।
मामले में बढ़ सकती है कानूनी कार्रवाई
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों का कहना है कि गीत से गांव की प्रतिष्ठा पर आंच आई है। यदि आपत्तिजनक हिस्सा नहीं हटाया गया, तो आगे कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
उधर, कलाकारों की ओर से अभी तक इस विवाद पर औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। मामला तेजी से सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
