किन्नौर (हिमाचल प्रदेश)। हिमाचल के तांगलिंग क्षेत्र में स्थित किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर बादल फटने से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यात्रा मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। हादसे में यात्रा रूट पर दो पुल बह गए, जबकि बाकी मार्ग पर भी भूस्खलन और पानी के कटाव से भारी नुकसान हुआ है। प्रशासन ने यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी है।
आईटीबीपी ने चलाया रेस्क्यू, 413 श्रद्धालु सुरक्षित
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 17वीं वाहिनी ने समय रहते बचाव अभियान चलाकर 413 श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। बल के प्रवक्ता के अनुसार, रेस्क्यू टीम ने रस्सी आधारित ट्रैवर्स क्रॉसिंग तकनीक का उपयोग किया। इस अभियान में एक अधिकारी, चार सब-ऑर्डिनेट अधिकारी और 29 जवानों की टीम के साथ एनडीआरएफ के सदस्य भी शामिल रहे।
सड़क और बिजली-पानी व्यवस्था भी चरमराई
राज्य में लगातार बारिश और भूस्खलन के चलते 617 सड़कें बंद हैं, जिनमें चार नेशनल हाईवे भी शामिल हैं। इसके अलावा, 1491 बिजली ट्रांसफार्मर और 265 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिससे कई क्षेत्रों में सामान्य जनजीवन ठप हो गया है।
प्रशासन ने जारी की चेतावनी
प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने यात्रियों और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है और पहाड़ी क्षेत्रों में बिना अनुमति ट्रैकिंग या यात्रा से बचने की अपील की है।

