देहरादून। उत्तराखंड के जाने-माने पूर्व नेशनल खिलाड़ी, रेफरी और इंटरनेशनल कोच डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत को शिक्षक दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार की संस्था मां सरस्वती शिक्षा समिति ने सम्मानित किया। समिति के प्रबंधक डॉ. एच. सी. विपिन कुमार जैन और उपाध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त एडवोकेट शिवानी जैन ने उन्हें प्रमाणपत्र प्रदान किया।
डॉ. रावत पिछले 27 वर्षों से निःस्वार्थ भाव से खिलाड़ियों, कोचों और रेफरियों का भविष्य संवार रहे हैं। सम्मान मिलने पर उन्होंने समिति के पदाधिकारियों का आभार जताते हुए कहा कि शिक्षक दिवस पर सम्मान मिलना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने याद दिलाया कि 5 सितंबर भारत के पहले राष्ट्रपति, महान शिक्षक और दार्शनिक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाया जाता है।
डॉ. रावत ने कहा, “हर शिक्षक का दायित्व है कि बच्चों को अच्छा ज्ञान और अच्छे संस्कार दें ताकि वे एक सफल और अच्छे इंसान बनें। शिक्षक युवाओं को नशे, फास्ट फूड और मोबाइल की लत से दूर रखते हुए स्वास्थ्य और सकारात्मक सोच की राह दिखाएं।”
डॉ. रावत को अब तक विभिन्न राज्यों से अनगिनत राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। उन्होंने युवाओं को संघर्ष और धैर्य का पाठ पढ़ाते हुए अपनी प्रेरक कविता सुनाई—“असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो… कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।”

