उत्तराखंड: पूर्व डीएफओ किशनचंद पर ईडी का शिकंजा, मनी लॉन्ड्रिंग केस में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल

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देहरादून। पाखरो रेंज में अवैध पेड़ कटान और घोटाले के मामले में घिरे पूर्व डीएफओ किशनचंद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। विजिलेंस और सीबीआई जांच के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी बड़ी कार्रवाई करते हुए किशनचंद, उनकी पत्नी सहित कुल सात आरोपियों के खिलाफ विशेष पीएमएलए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है।

ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में किशनचंद, उनकी पत्नी बृज रानी उर्फ बृज रानी सिंह उर्फ राज रानी, युगेंद्र कुमार सिंह, अभिषेक सिंह, कमलेंद्र सिंह, मैसर्स कुमार स्टोन क्रशर और बृज फाउंडेशन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। जांच के दौरान ईडी को करोड़ों रुपये के अवैध लेनदेन और संपत्ति अर्जित करने के प्रमाण मिले हैं। बताया जा रहा है कि बृज फाउंडेशन किशनचंद और उनकी पत्नी का ही ट्रस्ट है, जिसका इस्तेमाल कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया गया।

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इस मामले में अगली सुनवाई 23 मई को विशेष धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की अदालत में होगी।

गौरतलब है कि वर्ष 2022 में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की पाखरो रेंज में अवैध कटान और निर्माण कार्यों में भारी अनियमितताएं सामने आई थीं। विजिलेंस ने किशनचंद समेत कई अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था। बाद में सितंबर 2023 में हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के निर्देश दिए थे।

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अब ईडी की इस कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि अवैध संपत्ति अर्जित करने और उसे वैध दिखाने के लिए सरकारी पद का दुरुपयोग किया गया। आने वाली सुनवाई में कई और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

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