हल्द्वानी समेत उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेजों को बड़ी सौगात, एनएमसी ने 58 नई पीजी सीटों को दी मंजूरी

खबर शेयर करें

देहरादून। उत्तराखंड के मेडिकल सेक्टर के लिए बड़ी खुशखबरी है। राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) ने शैक्षिक सत्र 2025-26 के लिए प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में एमडी और एमएस की कुल 58 नई सीटों को मंजूरी दे दी है। इसमें पहली बार अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज को 35 पीजी सीटें मिली हैं। राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी को देखते हुए यह फैसला बड़ी राहत लेकर आया है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड में आज तेज बारिश और हवाओं का येलो अलर्ट, छह जून तक मौसम में बना रहेगा बदलाव

प्रदेश सरकार ने एनएमसी से पीजी सीटें बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा था, जिस पर मंजूरी मिलने के बाद अब राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून में 10, हल्द्वानी में 13 और अल्मोड़ा में 35 नई सीटें स्वीकृत की गई हैं। अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज को यह पहली बार पीजी कोर्स संचालित करने की अनुमति मिली है।

स्वीकृत पाठ्यक्रमों में फार्माकोलॉजी, एनाटॉमी, माइक्रोबायोलॉजी, ऑप्थल्मोलॉजी, फॉरेंसिक मेडिसिन, ऑर्थोपेडिक्स, जनरल मेडिसिन, पैथोलॉजी, कम्युनिटी मेडिसिन, ईएनटी, फिजियोलॉजी, एनास्थेसियोलॉजी, सर्जरी, बायोकैमिस्ट्री, गायनोलॉजी और पीडियाट्रिक्स जैसे विषय शामिल हैं। अब इन विषयों में एमबीबीएस डॉक्टर एमएस व एमडी की पढ़ाई कर सकेंगे।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी: 38वें राष्ट्रीय खेलों का भव्य समापन, मेघालय को सौंपी गई 39वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी

वर्तमान में प्रदेश के पांच राजकीय मेडिकल कॉलेजों में से देहरादून, हल्द्वानी और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में 19 पाठ्यक्रमों में कुल 174 पीजी सीटें हैं, जबकि अल्मोड़ा और हरिद्वार कॉलेजों में अब तक यह सुविधा उपलब्ध नहीं थी। अल्मोड़ा में नई सीटें मिलने से पर्वतीय क्षेत्र को विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता में बड़ा फायदा मिलेगा।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी: त्योहारों के सीजन में सक्रिय महिला चोर गैंग का खुलासा, बुवा-भतीजी गिरफ्तार

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि “प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार का लक्ष्य है कि प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में एमएस व एमडी की कम से कम 100 सीटें हों। एनएमसी की यह मंजूरी इसी दिशा में बड़ा कदम है।

You cannot copy content of this page