काठमांडू : तख़्तापलट के बाद नेपाल की संसद भंग, पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की बनीं अंतरिम प्रधानमंत्री

खबर शेयर करें

काठमांडू : नेपाल की सियासत में शुक्रवार को बड़ा उलटफेर हुआ। तख्तापलट के बाद संसद भंग कर दी गई है और देश की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रह चुकीं सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है।

यह फैसला उस समय आया है, जब काठमांडू की सड़कों पर सोशल मीडिया प्रतिबंध और राजनीतिक अस्थिरता के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन जारी हैं। हालात फिलहाल तनावपूर्ण हैं और सुरक्षाबल चौकन्ने हैं।

यह भी पढ़ें 👉  पाकिस्तानी हमलों का भारत ने दिया करारा जवाब, ऑपरेशन 'सिंदूर' में एफ-16 और जेएफ-17 लड़ाकू विमान गिराए

कौन हैं सुशीला कार्की
सुशीला कार्की 11 जुलाई 2016 से 6 जून 2017 तक नेपाल के सुप्रीम कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश रहीं। अपनी निष्पक्ष छवि और प्रशासनिक अनुभव के लिए जानी जाने वाली कार्की को मौजूदा राजनीतिक उथल-पुथल में स्थिरता लाने और जनता का विश्वास बहाल करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

यह भी पढ़ें 👉  शिमला: बाढ़-भूस्खलन प्रभावित हिमाचल को PM मोदी की बड़ी राहत, 1500 करोड़ की सहायता का ऐलान

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि विरोध प्रदर्शनों और जनता के असंतोष के बीच यह कदम नेपाल की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को पटरी पर लाने की कोशिश है। हालांकि सड़कों पर जारी आंदोलन को देखते हुए आने वाले दिन सरकार के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहेंगे।

You cannot copy content of this page