वॉरेन बफे को भारी झटका, क्राफ्ट हेंज निवेश से 31,600 करोड़ का नुकसान

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न्यूयॉर्क। ‘शेयर बाजार के जादूगर’ और दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे को उनके एक बड़े निवेश में करारा झटका लगा है। उनकी कंपनी बर्कशायर हैथवे को फूड इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनी क्राफ्ट हेंज में निवेश पर करीब 31,600 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। यह जानकारी बर्कशायर हैथवे द्वारा जारी वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही रिपोर्ट में सामने आई है।

मुनाफे में भारी गिरावट
रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के तिमाही मुनाफे में आई गिरावट के पीछे क्राफ्ट हेंज के शेयरों में लगातार हो रही गिरावट मुख्य कारण है। जून तिमाही के अंत तक, क्राफ्ट हेंज में बर्कशायर की हिस्सेदारी का मूल्य घटकर 8.4 बिलियन डॉलर रह गया है। पिछले दो वर्षों में इस हिस्सेदारी की वैल्यू में लगातार गिरावट दर्ज की गई है।

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जब उल्टा पड़ा दांव
2015 में क्राफ्ट और हेंज के विलय में वॉरेन बफे की कंपनी ने अहम भूमिका निभाई थी और उसने 27% से अधिक हिस्सेदारी के साथ इसमें बड़ा निवेश किया था। लेकिन विलय के बाद से ही कंपनी के प्रदर्शन में गिरावट दर्ज की जा रही है। जहां एक ओर अमेरिकी स्टॉक मार्केट इंडेक्स S\&P 500 ने 202% की तेजी दिखाई, वहीं क्राफ्ट हेंज का शेयर 62% तक टूट चुका है।

गिरावट की वजहें
क्राफ्ट हेंज के खराब प्रदर्शन के पीछे ग्राहकों की बदलती प्राथमिकताएं एक बड़ी वजह मानी जा रही हैं। अब उपभोक्ता प्रोसेस्ड फूड की जगह हेल्दी और प्राइवेट लेबल उत्पादों की ओर तेजी से रुख कर रहे हैं। इससे क्राफ्ट हेंज के परंपरागत प्रोडक्ट्स की मांग में भारी कमी आई है।

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इस्तीफों और रणनीतिक बदलावों का दौर
स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि साल की शुरुआत में बर्कशायर के प्रतिनिधियों ने क्राफ्ट हेंज के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था। अब कंपनी अपने कुछ ब्रांड्स को बेचने या उन्हें अलग करने की रणनीति पर विचार कर रही है।