गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए गौ रक्षा समिति का संकल्प, हल्द्वानी में प्रतीक्षा कार्यक्रम शुरू

खबर शेयर करें

हल्द्वानी। श्री गौ रक्षा समिति द्वारा सोमवार को एक दिवसीय प्रतीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सर्व सहमति से एक प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव में गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के संकल्प का समर्थन करते हुए यह निर्णय लिया गया कि जब तक गौ माता को राष्ट्र माता घोषित नहीं किया जाता या भगवान श्री शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती स्वयं आदेश नहीं देते, तब तक बुद्ध पार्क हल्द्वानी में प्रतीक्षा यात्रा निरंतर चलती रहेगी।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी, दो चरणों में होगा मतदान, 19 जुलाई को मतगणना

समिति के संयोजक संतोष कबड़वाल ने बताया कि समिति का पंजीकरण कराया जाएगा और विभिन्न जिलों, ब्लॉकों एवं महानगरों में कार्यकारिणियों का गठन किया जाएगा। उन्होंने सभी गौ भक्तों से अपील की कि वे इस आंदोलन का समर्थन करते हुए प्रतिदिन बुद्ध पार्क में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें।

इस कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि सरकार ने गौ माता को राष्ट्र माता घोषित नहीं किया और भगवान शंकराचार्य जी आदेश नहीं देते, तो भविष्य में प्रतीक्षा यात्रा को उग्र आंदोलन में बदला जाएगा। आंदोलन में धरना, मौन व्रत, यज्ञ और आमरण अनशन जैसी गतिविधियों पर विचार किया जाएगा।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: सचिवालय तबादला नीति बनी मज़ाक, 31 जुलाई बीतने के बाद भी नहीं जारी हुई तबादला सूची

इस अवसर पर आचार्य नवीन कुमार कांडपाल, डिंपल पांडे , पंडित भगवत जोशी, योगिता बनौला, पंडित गर्वित कांडपाल, हेमंत कुमार, हीरा सिंह कोरंगा, आर्येंद्र शर्मा, बंशीधर जोशी, गीता जोशी, प्रकाश भट्ट, सुरेश टम्टा, गंगा सिंह, हरपाल सिंह, मोहन चंद्र, भवानी दत्त कबड़वाल, शिरोमणि पंत, विशाल शर्मा, भुवन चंद जोशी, भगवत जोशी, यमुना दत्त बेलवाल, दयानंद बेनवाल, दीपक संभल, पहाड़ी आर्मी संगठन के अध्यक्ष हरीश रावत, विनोद शाही, पंडित मदन मोहन जोशी, फौजी भुवन पहाड़ी हिंदू , भगवंत सिंह राणा, कमलेश सिंह, पीयूष जोशी, हरीश पनेरु पूर्व दर्जा राज्य मंत्री, नारायण सिंह बर्गली, पवन रावत, तरुण कुमार ,प्रवीण आर्य, हरीश सिंह भंडारी, भानु कबड़वाल, पंकज नैनवाल, सागर भोज, मनोज कविदयाल, दुर्गादत्त कबड़वाल, उमेश राणा आदि उपस्थित रहे

You cannot copy content of this page