उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले की हर्षिल घाटी में मंगलवार को कुछ ही घंटों के भीतर तीन अलग-अलग स्थानों पर बादल फटने की घटनाओं ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। धराली, हर्षिल और सुक्की के समीप अवाना बुग्याल में हुए इन हादसों से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
सबसे पहले दोपहर करीब 1:50 बजे धराली में खीरगंगा नाले में बादल फटने से मलबा और पानी का तेज़ सैलाब आया, जिसने घरों, दुकानों और रास्तों को तबाह कर दिया। इससे कुछ ही देर बाद हर्षिल के पास तेलगाड़ में बादल फटा और बाढ़ जैसे हालात बन गए। मलबा और पानी के तेज़ बहाव से हर्षिल हेलिपैड करीब 5–6 फीट मलबे में दब गया। साथ ही सेना कैंप में भी पानी और मलबा घुस गया, जिससे संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है।
गंगोत्री हाईवे ठप:
बादल फटने और मलबा बहने की वजह से गंगोत्री हाईवे धराली और हर्षिल के पास दोनों ओर से क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं, सुक्की के पास अवाना बुग्याल से बहने वाला नाला भी उफान पर आ गया। तीन अलग-अलग नालों से मलबे और पानी के एक साथ भागीरथी नदी में मिलने से झील जैसी स्थिति बन गई है।
प्रशासन अलर्ट मोड पर:
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है। पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें पूरे क्षेत्र में लाउडस्पीकर और वाहनों के माध्यम से लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दे रही हैं।
स्कूलों में अवकाश घोषित:
धराली और आसपास के क्षेत्रों में आपदा व मौसम विभाग के अलर्ट को ध्यान में रखते हुए बुधवार को जनपद के सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।
एसडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू:
आपदा की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट से 50 सदस्यीय रेस्क्यू टीम को सेनानायक अर्पण यदुवंशी के निर्देशन में धराली रवाना किया गया। रेस्क्यू टीमों को मेडिकल किट, राशन, टेंट, कटर, थर्मल इमेजिंग कैमरा, विक्टिम लोकेशन डिवाइस आदि उपकरणों से लैस किया गया है।
सेनानायक अर्पण यदुवंशी स्वयं भी घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं, जबकि दो टीमें पहले ही मौके पर राहत कार्य में जुट चुकी हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन को स्थानीय लोगों की मदद से तेज़ी से अंजाम दिया जा रहा है।

