रुद्रपुर/हल्द्वानी। तंबाकू व मादक पदार्थों पर जीएसटी की दरें आसमान छूने के बावजूद ऊधमसिंह नगर में कर चोरी का धंधा और बेखौफ हो गया है। रुद्रपुर और किच्छा की ट्रांसपोर्ट कंपनियों के जरिये दिल्ली-बरेली से गुटका व अन्य नशेले उत्पादों की खेप दिनदहाड़े और रात के अंधेरे में धड़ल्ले से पहुंच रही है। बढ़ा हुआ कर इस अवैध कारोबार को रोकने के बजाय और मुनाफे का जरिया बन गया है।
सूत्रों का कहना है कि बढ़े जीएसटी ने इस धंधे में शामिल ट्रांसपोर्टरों और व्यापारियों की जेबें और मोटी कर दी हैं। गुटका व मादक पदार्थों की आवक में तेजी आ चुकी है और टैक्स चोरी का माल ट्रकों में भरकर सीधे गोदामों तक उतारा जा रहा है। सबसे बड़ा सवाल यह कि राज्य कर विभाग को सब पता होने के बावजूद कार्रवाई का नाम तक नहीं ले रहा।
अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप
स्थानीय कारोबारियों का आरोप है कि राज्य कर विभाग के कुछ अधिकारी इस काले कारोबार में सीधे शामिल हैं। यही वजह है कि राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है, लेकिन विभागीय कार्रवाई सिर्फ छोटे दुकानदारों तक सीमित है। बड़े ट्रांसपोर्टरों के गोदामों पर न तो छापेमारी होती है, न ही जब्ती।
ईमानदार व्यापारी भी खींचे जा रहे
वैध टैक्स देकर कारोबार करने वाले व्यापारी अब घाटे में हैं। बढ़ते मुनाफे के लालच में कई कारोबारी भी धीरे-धीरे इस अवैध खेल में उतर रहे हैं। उद्योग जगत का कहना है कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो वैध व्यापार खत्म होने की कगार पर पहुंच जाएगा।
सरकार के लिए चेतावनी
राज्य कर विभाग की नाकामी ने न सिर्फ सरकारी खजाने को चूना लगाया है बल्कि कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं। यदि सरकार ने तत्काल सख्त कार्रवाई नहीं की तो ऊधमसिंह नगर तंबाकू व मादक पदार्थों की तस्करी का गढ़ बन जाएगा।