हल्द्वानी। कुमाऊं की आर्थिक मंडी माने जाने वाले हल्द्वानी ट्रांसपोर्ट नगर में चल रहे टैक्स चोरी के सिंडिकेट में लिप्त कारोबारियों में खलबली मची हुई है। सोशल मीडिया पर टैक्स चोरी के मामलों को लेकर चल रही खबरों से ये कारोबारी इतने घबराए हुए हैं कि इन खबरों को रोकने के लिए वे विभिन्न तरीकों का सहारा ले रहे हैं। इसके साथ ही, इन कारोबारियों ने अब टैक्स चोरी के खेल को अंजाम देने के लिए नया पैंतरा भी अपनाना शुरू कर दिया है।
‘खबर कुमाऊं’ न्यूज पोर्टल पर लगातार टैक्स चोरी से जुड़ी खबरें प्रकाशित होने के बाद इन कारोबारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, अब ये कारोबारी अपनी गतिविधियों को छिपाने के लिए अलग-अलग वाहनों के जरिए बिना बिल और बिना टैक्स के माल मंगवा रहे हैं। पहले जिन वाहनों से दिल्ली, बरेली और अन्य स्थानों से माल लाया जाता था, उनके नंबर अब प्रशासन की नजरों में हैं, जिससे इन कारोबारियों को अपने पुराने तरीकों को बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
सूत्रों के मुताबिक, कारोबारियों का नया तरीका यह है कि वे टैक्स चोरी के माल को कई वाहनों के जरिए मंगवाकर उसे अलग-अलग स्थानों पर ट्रांसफर कर रहे हैं, ताकि वह कार्रवाई से बच सकें। कुल मिलाकर, टैक्स चोरी में लिप्त ये कारोबारी अब अपनी गतिविधियों को छुपाने के लिए नए उपाय अपना रहे हैं, लेकिन प्रशासन की नजरें इन पर बनी हुई हैं।
मंडलायुक्त के निरीक्षण से मच गया था हड़कंप
हल्द्वानी। बीते बुधवार को मंडलायुक्त दीपक रावत के अचानक शहर के निरीक्षण ने ट्रांसपोर्टरों में हड़कंप मचा दिया था। सूत्रों के अनुसार, जैसे ही मंडलायुक्त का काफिला मंडी के पास पहुंचा, टैक्स चोरी के खेल में लिप्त कारोबारियों में अफरा-तफरी मच गई। खबरों के मुताबिक, मंडलायुक्त के निरीक्षण से पहले ही कारोबारियों ने अपने गोदामों से टैक्स चोरी का माल गायब करवा दिया, ताकि वे किसी भी जांच से बच सकें। मंडलायुक्त के निरीक्षण के दौरान कारोबारियों ने अपनी हरकतों को छिपाने के लिए हर संभव प्रयास किया।