देहरादून। गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर, में 20 फरवरी से 17वां कृषि विज्ञान सम्मेलन और प्रदर्शनी आयोजित होने जा रही है। इस भव्य आयोजन में 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कैंट रोड स्थित आवास पर इस सम्मेलन का ब्रोशर और पोस्टर का विमोचन किया।
देश-विदेश के विशेषज्ञ करेंगे मंथन
राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी और पंतनगर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस सम्मेलन में देश-विदेश के 200 प्रमुख संस्थानों से आए विशेषज्ञ और चार हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। सम्मेलन में कृषि और बागवानी क्षेत्र में नए बदलाव और संभावनाओं पर गहन चर्चा की जाएगी।
महत्वपूर्ण विषयों पर होगी चर्चा
कुलपति प्रो. एमएस चौहान ने बताया कि इस महाकुंभ में पर्वतीय क्षेत्रों की कृषि में नए प्रयोग, डिजिटल एग्रीकल्चर, जलवायु परिवर्तन, स्मार्ट लाइवस्टॉक फार्मिंग, और युवा पेशेवरों को कृषि क्षेत्र में बढ़ावा देने जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इसके अलावा मधुमक्खी पालन की संभावनाएं, गरीबी और कुपोषण से मुक्ति के उपाय, और विज्ञान में नई खोजों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जैसे मुद्दों पर सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।
अग्रणी शोध और प्रदर्शनी का मंच
सम्मेलन के दौरान प्रमुख कृषि प्रौद्योगिकियों और नवाचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक विशाल प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। इसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहन देना है।
उद्घाटन में ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत, पंतनगर विश्वविद्यालय के निदेशक (शोध) प्रो. अजित सिंह, और संयुक्त निदेशक डॉ. अनिल कुमार उपस्थित रहे। कृषि क्षेत्र के इस प्रमुख आयोजन से राज्य और देश में नई तकनीकों और विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा।