ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश ने अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए ड्रोन के माध्यम से हेपेटाइटिस सी से पीड़ित कैदियों के लिए दवाइयां हरिद्वार जिला कारागार रोशनाबाद पहुंचाई। बुधवार सुबह 11:30 बजे शुरू हुई इस पहल में मात्र 23 मिनट के भीतर दवाइयां जेल प्रशासन को सौंप दी गईं।
10 कैदियों के लिए 3.60 लाख की दवाइयां भेजी गईं
एम्स ऋषिकेश से प्राप्त जानकारी के अनुसार, जांच में 10 कैदियों में हेपेटाइटिस सी की पुष्टि हुई थी। हर कैदी के इलाज के लिए 36,000 रुपये की लागत की दवाइयां एम्स की ओर से उपलब्ध कराई गईं। कुल 3.60 लाख रुपये की दवाइयां ड्रोन के माध्यम से भेजी गईं।
कैसे हुआ मिशन?
एम्स की डायरेक्टर मीनू सिंह और डॉक्टर अजीत भदोरिया ने ड्रोन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ड्रोन ने 23 मिनट में ऋषिकेश से रोशनाबाद तक की दूरी तय की और दवाइयां वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य और फार्मासिस्ट को सौंपी। इसके बाद कैदियों को दवाइयां उपलब्ध कराई गईं।
ड्रोन से सैंपल भी भेजे गए
वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि 10 कैदियों के सैंपल भी ड्रोन के जरिए एम्स ऋषिकेश भेजे गए हैं। इन सैंपलों की जांच विभिन्न प्रयोगशालाओं में की जाएगी।
तकनीक ने बढ़ाई स्वास्थ्य सेवाओं की रफ्तार
ड्रोन का इस्तेमाल कैदियों को समय पर इलाज और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। एम्स ऋषिकेश की यह पहल जेल प्रशासन और स्वास्थ्य सेवाओं के बीच तालमेल का एक आदर्श उदाहरण है।