माले। भारत द्वारा 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता दिए जाने पर मालदीव ने आभार जताया है। मालदीव के विदेश मंत्री डॉ. अब्दुल्ला खलील ने सोमवार को भारत सरकार और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर का धन्यवाद देते हुए कहा कि यह मदद दोनों देशों के बीच गहरी दोस्ती को दर्शाती है और मालदीव की आर्थिक स्थिरता में सहायक साबित होगी।
डॉ. खलील ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मैं विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और भारत सरकार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने मालदीव को 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ट्रेजरी बिल को रोलओवर करके महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान की।” उन्होंने कहा कि यह समय पर दी गई सहायता हमारी आर्थिक मजबूती और वित्तीय सुधारों को लागू करने के प्रयासों में सहयोग देगी।
भारतीय उच्चायोग के अनुसार, भारत ने बीते वर्ष सितंबर में मालदीव सरकार के अनुरोध पर यह ट्रेजरी बिल एक और वर्ष के लिए बढ़ाया था। इस सहायता को मालदीव को बजटीय समर्थन देने के तहत देखा जा रहा है।
मालूम हो कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने नवंबर 2023 में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निमंत्रण पर अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने भारत की वित्तीय मदद के लिए सार्वजनिक रूप से आभार व्यक्त किया था।
राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया था कि यात्रा के प्रमुख परिणामों में ‘व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी के लिए विजन’ को अपनाना शामिल था, जो भविष्य में द्विपक्षीय संबंधों की दिशा तय करेगा। भारत ने मालदीव को इस वर्ष मई और सितंबर में टी-बिलों को बिना ब्याज के आगे बढ़ाने और मुद्रा स्वैप समझौते के तहत 400 मिलियन डॉलर तक की अतिरिक्त सहायता भी प्रदान की है।
यह आर्थिक सहयोग भारत और मालदीव के बीच मजबूत होते रणनीतिक और कूटनीतिक संबंधों का प्रतीक माना जा रहा है।