नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने का ऐलान हुआ है। विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि दोनों देशों ने 2025 की गर्मियों में यात्रा को पुनः प्रारंभ करने पर सहमति व्यक्त की है।
गौरतलब है कि 2020 के बाद से कैलाश मानसरोवर यात्रा के दोनों आधिकारिक मार्ग भारतीयों के लिए बंद कर दिए गए थे। भगवान शिव के निवास स्थान के रूप में माने जाने वाले कैलाश मानसरोवर की यात्रा हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र मानी जाती है।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बीजिंग दौरे के दौरान चीन के विदेश सचिव और उप विदेश मंत्री से मुलाकात की। इस दो दिवसीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई पिछली चर्चाओं के तहत द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की गई।
सहयोग पर बनी सहमति
बैठक में सीमा पार नदियों से संबंधित हाइड्रोलॉजिकल डेटा साझा करने और सहयोग के प्रावधानों को बहाल करने के लिए विशेषज्ञ स्तर की बैठक पर भी सहमति बनी। इसके अलावा, ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन के बांध निर्माण से जुड़ी भारत की चिंताओं को भी प्रमुखता से उठाया गया।
सीधी हवाई सेवाएं फिर शुरू होंगी
बैठक में दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाओं को फिर से बहाल करने पर सैद्धांतिक सहमति बनी। 2025 में भारत-चीन राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर संबंधों को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाने पर चर्चा हुई।
विदेश मंत्रालय ने इस बैठक को जन-केंद्रित पहल बताते हुए कहा कि यह द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर और पुनर्निर्माण करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।