नई दिल्ली। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद, भारत का माल और सेवा निर्यात वित्त वर्ष 2025 में रिकॉर्ड 820 अरब डॉलर को पार कर गया है। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, यह पिछले वित्त वर्ष के 778 अरब डॉलर की तुलना में लगभग 6 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह आंकड़े सामने आए।
वैश्विक चुनौतियों के बीच निर्यातकों की सराहना
बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री ने लाल सागर संकट, इजरायल-हमास संघर्ष, रूस-यूक्रेन युद्ध और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की सुस्ती जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद भारतीय निर्यातकों की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत निर्यात क्षेत्र को मजबूत करने के लिए बहुपक्षीय व्यापार समझौतों को बढ़ावा देने की दिशा में लगातार प्रयास कर रहा है।
अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा
गोयल ने बैठक में अमेरिका के साथ संभावित बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर चर्चा की, जिसकी पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। यह समझौता फरवरी 2025 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी बैठक के दौरान सहमति के करीब पहुंच सकता है।
भारत बना विश्वसनीय व्यापारिक भागीदार
केंद्रीय मंत्री ने भरोसा जताया कि भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत न केवल निर्यात बढ़ाने बल्कि विनिर्माण क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने में भी सफल रहा है, जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
बैठक में निर्यात संवर्धन परिषदों, उद्योग संगठनों और वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया और उभरती चुनौतियों के बीच व्यापार वृद्धि के उपायों पर चर्चा की।