अवैध शराब और सट्टे का कॉकटेल: ट्रांसपोर्ट नगर में होटल की आड़ में चल रहा काला कारोबार, पुलिस-आबकारी विभाग पर उठे सवाल

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हल्द्वानी। ट्रांसपोर्ट नगर अब गाड़ियों और गोदामों का ठिकाना कम, और अवैध कारोबार का अड्डा ज्यादा बनता जा रहा है। यहां एक होटल की आड़ में शराब का धंधा और सट्टे का खेल इस कदर धड़ल्ले से चल रहा है कि लोग खुलेआम दांव लगाते और जाम छलकाते नजर आते हैं। ताज्जुब यह है कि यह पूरा गोरखधंधा टीपीनगर चौकी और आबकारी विभाग की नाक के नीचे फल-फूल रहा है, मगर जिम्मेदार अफसर आंखें मूंदकर बैठे हैं।

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सूत्र बताते हैं कि ट्रांसपोर्ट नगर में होटल चलाने वाले एक शख्स ने अवैध शराब बेचने का गोरखधंधा खड़ा कर रखा है। अब यही धंधा और बड़ा रूप ले चुका है। उसके दोनों बेटे सट्टेबाजी का कारोबार संभाल रहे हैं। हालात यह हैं कि जिसने सट्टे में नंबर काटा, उसे हाथों-हाथ कैश थमा दिया जाता है—बस 10 फ़ीसदी कमीशन काटकर। यह तेज़ रफ़्तार “हवाला स्टाइल” का खेल इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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स्थानीय लोग कहते हैं कि तीनों बाप-बेटे इतने बेखौफ हैं कि उन्हें न पुलिस का डर है, न विभाग की छापेमारी का। सट्टा खेलने वाले लोग भी निश्चिंत रहते हैं कि पैसा फंसने का कोई खतरा नहीं। दूसरी तरफ, पुलिस और आबकारी विभाग की रहस्यमयी खामोशी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह चुप्पी महज़ लापरवाही है या फिर मोटे चढ़ावे का असर?

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ट्रांसपोर्ट नगर के हालात अब ऐसे हो चले हैं कि यहां अवैध कारोबारियों की मर्जी से सबकुछ चल रहा है। शराब की बोतलें और सट्टे की पर्चियां यहां आम माल की तरह बिक रही हैं। स्थानीय लोग सरकार और प्रशासन से सवाल पूछ रहे हैं—क्या ट्रांसपोर्ट नगर अब “नशे और जुए का हब” बनकर ही रहेगा?

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