हल्द्वानी। ट्रांसपोर्ट नगर में चल रहे टैक्स चोरी के सिंडिकेट में इन दिनों हलचल मची है। हाल ही में एक नया मामला सामने आने के बाद कारोबारी वर्ग में तनाव फैल गया है। सूत्रों के अनुसार, बीते दिन राज्य कर विभाग की टीम ने रात करीब 2 बजे एक ट्रक को पकड़ा, जो दिल्ली से हल्द्वानी आ रहा था। जब इस ट्रक की जांच की गई, तो उसमें गुटका और खैनी की खेप पाई गई, जिसे हल्द्वानी के एक टैक्स चोर कारोबारी के गोदाम में उतारना था।
विभागीय अधिकारियों ने ट्रक को कब्जे में लेकर जांच शुरू की और पाया कि ट्रक में गुटका और खैनी के अलावा अन्य संदिग्ध माल था। लेकिन, सूत्रों के अनुसार, विभाग ने सिर्फ 2 कट्टों की जांच की और तत्काल ही टैक्स चोर कारोबारी को मौके पर बुलाया। साथ ही, दिल्ली से माल भेजने वाले ट्रांसपोर्ट के मालिक को भी हल्द्वानी बुला लिया गया। इसके बाद, विभाग ने ट्रक पर कम जुर्माना लगाया और रातों-रात उसे छोड़ दिया। जबकि जुर्माना भारी भरकम लगाया जाना था। इस कार्रवाई के बाद ट्रांसपोर्ट नगर के अन्य कारोबारियों में खलबली मच गई। कई ट्रांसपोर्टरों ने सवाल उठाए हैं कि इतने बड़े माल पर सिर्फ नाम मात्र का जुर्माना क्यों लगाया गया? इस घटनाक्रम के बाद कुछ गुपचुप बैठकें भी आयोजित की गईं, ताकि मामले को शांत किया जा सके।
काम शुरू, दो चौधरियों ने लिया शिकायत बाजी रोकने का ठेका
हल्द्वानी। शनिवार की शाम को हल्द्वानी में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें टैक्स चोरी के सिंडिकेट में शामिल कारोबारियों के दो प्रमुख चौधरियों (सदस्यों) ने राज्य कर विभाग के एक अधिकारी के साथ मिलकर एक अहम कदम उठाया। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में इन चौधरियों ने विभाग से यह आश्वासन लिया कि वे टैक्स चोरी के संबंध में हो रही शिकायतों को रोकने का ठेका लेंगे। बैठक के दौरान, इन कारोबारियों ने सिंडिकेट के कामकाज को फिर से सक्रिय करने के लिए एक नई रणनीति तैयार की। रविवार से टैक्सी चोरी का माल ट्रांसपोर्ट नगर पहुंचने लगा है। इससे राज्य कर विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।