गुलदार के हमले का रचा था फर्जी नाटक…लापता शिक्षिका का पति दिल्ली में मिला, दो शादियों का सच उजागर

खबर शेयर करें

अल्मोड़ा/रानीखेत। शिक्षिका के पति की रहस्यमय गुमशुदगी के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जिस युवक को गुलदार का शिकार होने या अपहरण की आशंका में पुलिस और वन विभाग दिन-रात जंगलों में तलाश कर रहे थे, वह सुरक्षित दिल्ली में मिला। जांच में सामने आया कि युवक ने अपने दोहरे वैवाहिक जीवन का सच छिपाने और पारिवारिक जिम्मेदारियों से बचने के लिए पूरी घटना को सुनियोजित ढंग से अंजाम दिया।

शहर के एक प्रतिष्ठित विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका के पति मनोज कुमार आठ दिसंबर को अचानक लापता हो गया था। उसकी स्कूटी रानीखेत–खैरना स्टेट हाईवे पर पन्याली जंगल में सड़क से नीचे गिरी हुई मिली थी। यह इलाका गुलदार की आवाजाही के लिए जाना जाता है, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई और वन विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: सितंबर से उड़ान भरेगी पिथौरागढ़–मुनस्यारी हेली सेवा, रेल नेटवर्क विस्तार की भी तैयारी

पुलिस व वन विभाग की संयुक्त टीमों ने सघन तलाशी अभियान चलाया। डॉग स्क्वायड की मदद ली गई और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, लेकिन गुलदार के हमले से जुड़े कोई ठोस सबूत नहीं मिले। फुटेज में मनोज स्कूटी से रानीखेत की ओर जाते हुए तो दिखा, लेकिन वह अपने आवास तक नहीं पहुंचा था।

जांच आगे बढ़ने पर पुलिस को पता चला कि मनोज ने पत्नी से नैनीताल में साक्षात्कार का झूठा बहाना बनाकर घर छोड़ा था। वास्तव में ऐसा कोई साक्षात्कार था ही नहीं। पुलिस के अनुसार, वह पहले से बनाई गई योजना के तहत दोस्तों के साथ दिल्ली भाग गया। इस दौरान उसने पन्याली जंगल में जानबूझकर अपनी स्कूटी सड़क से नीचे गिरा दी, ताकि यह आभास हो सके कि वह किसी जंगली जानवर का शिकार हो गया है। इसके बाद उसने मोबाइल बंद कर लिया, जिस पर पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया था।

यह भी पढ़ें 👉  स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रोटोकॉल विवाद: विधानसभा अध्यक्ष नाराज़, प्रशासन ने दी सफाई

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी देवेंद्र पींचा के निर्देश पर कोतवाल अशोक धनकड़ और एसएसआई कमाल हसन के नेतृत्व में कई पुलिस टीमें गठित की गईं। सर्विलांस से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस टीम दिल्ली पहुंची, जहां मनोज बार-बार ठिकाने बदल रहा था। आखिरकार उसे दक्षिण दिल्ली के बिजवासन इलाके से बरामद कर लिया गया।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: कलाकारों को मिलेगा अधिक मान-सम्मान...हर जिले में बनेगा सभागार, पेंशन दोगुनी : सीएम

पूछताछ में सामने आया कि जनवरी 2019 में मनोज ने परिवार को बिना बताए एक युवती से प्रेम विवाह किया था। इसकी जानकारी न होने पर परिजनों ने फरवरी 2019 में उसका दूसरा विवाह पारंपरिक रीति-रिवाज से कर दिया। दोनों पत्नियों से उसके एक-एक बच्चे हैं। इसी दोहरे जीवन और बढ़ते तनाव के चलते उसने लापता होने का नाटक रचा।

पुलिस के अनुसार मनोज दोनों पत्नियों को साथ रखने या किसी एक को चुनने को लेकर उलझन में था। फिलहाल उसे पूछताछ के बाद दिल्ली में उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई को लेकर पुलिस विधिक पहलुओं पर विचार कर रही है।