उत्तराखंड: धामी कैबिनेट में चार नए चेहरों को मिल सकती है जगह, इन नामों की हो रही चर्चा

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देहरादून। उत्तराखंड की सियासत में बड़ा उलटफेर होने जा रहा है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल को भेज दिया है। अग्रवाल के इस्तीफे के बाद अब धामी कैबिनेट में बड़े फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री इस मसले पर केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा करने के लिए सोमवार को दिल्ली जा सकते हैं।


सूत्रों के मुताबिक, धामी सरकार के तीन साल पूरे होने से पहले कैबिनेट विस्तार की संभावना प्रबल हो गई है। खाली पड़ी पांच कैबिनेट सीटों को भरने के साथ ही एक अन्य मंत्री को बदले जाने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। माना जा रहा है कि चार नए चेहरों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है।

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भाजपा में संसदीय क्षेत्र के हिसाब से कैबिनेट का संतुलन तय किया जाता है। प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद हरिद्वार संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व खाली हो गया है। इस सीट के लिए मदन कौशिक, आदेश चौहान और विनोद चमोली का नाम चर्चा में है। वहीं, टिहरी संसदीय क्षेत्र से खजानदास, मुन्ना सिंह चौहान, सहदेव पुंडीर और उमेश शर्मा काऊ की दावेदारी मानी जा रही है। नैनीताल-यूएसनगर से अरविंद पांडेय और शिव अरोड़ा, जबकि अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ से बिशन सिंह चुफाल का नाम संभावित मंत्रियों की सूची में है।

स्पीकर ऋतु खंडूड़ी को भी मिल सकती है जगह
सूत्रों का कहना है कि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। यदि ऐसा होता है, तो गढ़वाल से किसी वरिष्ठ मंत्री को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है।

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विवादित बयान बने इस्तीफे की वजह
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को हाल ही में दिए गए एक बयान को लेकर तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इस बयान पर पार्टी के भीतर ही असंतोष बढ़ गया था। प्रदेश नेतृत्व ने अग्रवाल को तलब कर उन्हें विवादित बयानबाजी से बचने की नसीहत दी थी। बाद में केंद्रीय नेतृत्व से मिले फीडबैक के आधार पर होली के बाद उन्हें इस्तीफा देने का इशारा कर दिया गया था, ताकि वह सम्मानजनक तरीके से कैबिनेट से विदा हो सकें।

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तीन साल में धामी कैबिनेट में तीसरा बड़ा बदलाव
धामी सरकार के गठन के समय से ही तीन मंत्री पद खाली थे। बीते वर्ष कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन से एक और कुर्सी खाली हो गई थी। अब अग्रवाल के इस्तीफे के बाद कैबिनेट में कुल पांच सीटें खाली हो गई हैं। ऐसे में पार्टी के वरिष्ठ विधायकों के लिए कैबिनेट में जगह पाने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।

हालांकि, मुख्यमंत्री धामी ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन माना जा रहा है कि दिल्ली दौरे के बाद जल्द ही नए मंत्रियों के नामों का ऐलान किया जा सकता है।