हल्द्वानी। चोरगलिया क्षेत्र के नयागांव कटान में वन विभाग की टीम ने मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ता के बगीचे से सागौन की 10 गिल्टे लकड़ी बरामद की। इस कार्रवाई के बाद विभाग ने आरोपी के खिलाफ वन अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है। लेकिन जांच के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
भाजपा कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि यह लकड़ी वन विभाग के ही अधिकारियों ने यहां रखवाई थी। प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए जाने पर डीएफओ ने एक वन रक्षक को निलंबित कर दिया है।
जौलसाजा रेंजर सुनील शर्मा और नंधौर रेंजर भूपाल सिंह मेहता की अगुवाई में वन विभाग की टीम ने चोरगलिया के नयागांव कटान स्थित भाजपा कार्यकर्ता प्रकाश चंद्र बेलवाल के बगीचे में छापेमारी की। टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि बगीचे में अवैध रूप से काटी गई लकड़ी छुपाकर रखी गई है। जांच के दौरान टीम को वहां 10 गिल्टे सागौन की लकड़ी मिली, जिसे देखने से पता चला कि यह लकड़ी करीब पांच महीने पहले काटी गई थी।
प्रकाश चंद्र ने खोली पोल
जब टीम ने बगीचे से लकड़ी बरामद की, तो प्रकाश चंद्र ने चौंकाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह लकड़ी वन विभाग के ही डिप्टी रेंजर और वन रक्षक ने यहां रखवाई थी। उनका दावा है कि वनकर्मियों ने ही साजिश के तहत उन्हें फंसाने की कोशिश की है।
डीएफओ की कार्रवाई, वन रक्षक निलंबित
प्रकाश चंद्र के आरोपों की जांच के बाद डीएफओ ने इसे गंभीरता से लिया। प्रारंभिक जांच में जब आरोप में सच्चाई पाई गई, तो डीएफओ ने वन विभाग के एक वन रक्षक को निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है।
भाजपा बोली- सिर्फ सदस्य है, कोई जिम्मेदारी नहीं
प्रकाश चंद्र के भाजपा से जुड़े होने के सवाल पर पार्टी के मंडल अध्यक्ष मुकेश बेलवाल ने बयान दिया कि प्रकाश चंद्र सिर्फ पार्टी सदस्य हैं, कोई जिम्मेदार पदाधिकारी या सक्रिय कार्यकर्ता नहीं हैं। वहीं, प्रकाश चंद्र ने भी कहा कि उनका पार्टी से किसी तरह का कोई वास्ता नहीं है।
जांच जारी, दोनों पक्षों पर नजर
वन विभाग की इस कार्रवाई ने एक नई बहस छेड़ दी है। विभाग के अधिकारियों पर लगाए गए आरोपों की जांच जारी है। वहीं, विभाग ने भी अवैध लकड़ी बरामद होने के बाद कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब देखना यह है कि इस मामले में सच्चाई क्या निकलती है और दोषी कौन साबित होता है।