देहरादून। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत देहरादून जिले ने एक बार फिर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले के 4703 परिवारों को सौ दिनों का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। यह लगातार तीसरा वर्ष है जब देहरादून इस मामले में शीर्ष पर रहा है।
प्रदेशभर में इस वर्ष कुल 25,268 परिवारों को मनरेगा के तहत सौ दिन का रोजगार मिला। उत्तरकाशी 4524 परिवारों के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जबकि अल्मोड़ा में 1584 और बागेश्वर में 1321 परिवारों को रोजगार मिला।
लगातार तीसरी बार नंबर वन देहरादून
विभागीय आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2022-23 में 3381, 2023-24 में 3257 और 2024-25 में 4703 परिवारों को देहरादून जिले में सौ दिनों का रोजगार मिला। जिला विकास अधिकारी (डीडीओ) सुनील कुमार ने बताया कि आगामी वित्तीय वर्ष में भी अधिक से अधिक परिवारों को रोजगार देने के प्रयास किए जाएंगे।
इन जिलों का भी बेहतर प्रदर्शन
- उत्तरकाशी – 4524
- अल्मोड़ा – 1584
- बागेश्वर – 1321
- चमोली – 1439
- चंपावत – 1644
- हरिद्वार – 1367
- नैनीताल – 1049
- पौड़ी गढ़वाल – 1487
- पिथौरागढ़ – 1729
- रुद्रप्रयाग – 1105
- टिहरी गढ़वाल – 1714
- ऊधमसिंह नगर – 1602
मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है। देहरादून का लगातार शीर्ष स्थान पर बने रहना यह दर्शाता है कि यहां योजना का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है।