प्रयागराज। महाकुंभ में संगम तट पर मची भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, भीड़ के दबाव के कारण बैरिकेड्स टूट गए, जिससे भगदड़ मच गई। डीआईजी मेला वैभव कृष्ण ने बताया कि मध्यरात्रि के आसपास हुई इस घटना में मृतकों की पहचान में से 25 की पहचान कर ली गई है। घायलों को कुंभ क्षेत्र के सेक्टर-2 में बने अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने कहा कि इस घटना में कोई वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और घटना की जांच के आदेश दिए। उन्होंने इस हादसे की जिम्मेदारी लेने और मृतकों के परिवारों को सहायता देने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपने नजदीकी घाट पर स्नान करें और संगम नोज की ओर न बढ़ें। उन्होंने कहा कि कई घाट बनाए गए हैं, जहां श्रद्धालु आसानी से स्नान कर सकते हैं। संतों ने भी श्रद्धालुओं से अनुशासन बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल है, और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है।
घायलों के लिए हेल्पलाइन नंबर (1920) जारी किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, भारी भीड़ के कारण बैरिकेड्स टूट गए और कई लोग कुचल गए। इस घटना के बाद कुंभ मेला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने का फैसला किया है।