नई दिल्ली: भारतीय खुफिया एजेंसियों की सटीक कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के कुख्यात आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर को मार गिराया गया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में की गई इस गुप्त सैन्य कार्रवाई को भारत की बड़ी कूटनीतिक और सुरक्षा सफलता माना जा रहा है। अब्दुल रऊफ आतंकी संगठन के सरगना मसूद अजहर का छोटा भाई था और संगठन की रणनीतिक गतिविधियों में उसकी प्रमुख भूमिका थी।
सूत्रों के मुताबिक, रऊफ अजहर 1999 के कंधार विमान अपहरण कांड का मास्टरमाइंड था, जिसमें भारत को मजबूरन मसूद अजहर को रिहा करना पड़ा था। इसके अलावा वह 2001 में भारतीय संसद पर हमले और 2016 के पठानकोट एयरबेस हमले का भी साजिशकर्ता था। रऊफ अजहर वही आतंकवादी है जिसने 2002 में वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार डेनियल पर्ल का सिर कलम कर पूरी दुनिया को दहला दिया था।
इस कार्रवाई पर अमेरिका की ओर से भी सकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आई है। अफगानिस्तान और इराक में अमेरिका के पूर्व राजदूत जालमे खलीलजाद ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर भारत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “भारत ने पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अब्दुल रऊफ अजहर को मार गिराया है। यह डेनियल पर्ल की हत्या का भी प्रतिशोध है। न्याय हुआ है। थैंक यू इंडिया।”
अमेरिकी राजनयिक एली कोहैनिम ने प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए लिखा, “डेनियल पर्ल की निर्मम हत्या के लिए अब्दुल रऊफ जिम्मेदार था। उनके आखिरी शब्द यहूदी इतिहास में हमेशा गूंजते रहेंगे। भारत ने इस क्रूरता का जवाब देकर न्याय किया है।”
इस बीच इजरायली मीडिया, खासकर द येरूशलम पोस्ट, ने भी इस खबर को प्रमुखता से जगह दी है। वैश्विक यहूदी समुदाय ने अब्दुल रऊफ की मौत को न्याय की जीत बताया है और भारत के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत यह कार्रवाई भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का स्पष्ट संकेत है। विशेषज्ञों का मानना है कि अब्दुल रऊफ की मौत से जैश-ए-मोहम्मद की आतंकी गतिविधियों को बड़ा झटका लगेगा।