रुद्रप्रयाग/चमोली। शुक्रवार सुबह शुभ वृष लग्न में भगवान केदारनाथ के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक परंपराओं के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। कपाट खुलते ही केदारनाथ धाम “हर-हर महादेव” के जयघोष से गूंज उठा। इस पावन अवसर पर हजारों श्रद्धालु मंदिर परिसर में उपस्थित रहे।
कपाटोद्घाटन से पूर्व मंदिर को 108 क्विंटल फूलों से आकर्षक रूप से सजाया गया। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। शासन-प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर तैनात रहे। श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि दर्शन व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए टोकन प्रणाली लागू कर दी गई है। श्रद्धालुओं के लिए धाम में 15 हजार से अधिक रात्रि प्रवास की व्यवस्था की गई है।
इधर, चमोली जिले में स्थित तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के कपाट भी शुक्रवार सुबह 10:15 बजे विधिपूर्वक खोल दिए जाएंगे। डोली ने गुरुवार को भूतनाथ मंदिर से तीन परिक्रमा करने के बाद तुंगनाथ के लिए प्रस्थान किया था और रात्रि विश्राम चोपता में किया। शुक्रवार सुबह डोली ने चोपता से चार किलोमीटर की पैदल यात्रा कर मंदिर में प्रवेश किया।
मंदिर के प्रबंधक बलवीर सिंह नेगी ने बताया कि तुंगनाथ मंदिर को भी भव्य पुष्प सज्जा से सजाया गया है। कपाट खुलते ही मंदिर परिसर भक्तिरस में सराबोर हो गया और श्रद्धालुओं ने बाबा तुंगनाथ के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया।
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा
केदारनाथ और तुंगनाथ के कपाटोद्घाटन के साथ ही चारधाम यात्रा की औपचारिक शुरुआत हो गई है। शासन ने तीर्थयात्रियों की सुविधा, सुरक्षा व व्यवस्थाओं को लेकर व्यापक इंतजाम किए हैं। उम्मीद है कि इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंचेंगे।