बागेश्वर। जिले के इंटरमीडिएट कक्षाओं (कक्षा 11 व 12) में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को अब स्थायी निवास, जाति, आय, चरित्र सहित अन्य आवश्यक प्रमाण पत्रों के लिए तहसील के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। जिलाधिकारी आशीष भटगांई की पहल पर अब ये प्रमाण पत्र छात्रों को उनके विद्यालय में ही उपलब्ध कराए जाएंगे।
जिलाधिकारी ने गुरुवार को ‘अपणों स्कूल, अपणू प्रमाण’ योजना के तहत सभी उप जिलाधिकारियों व मुख्य शिक्षा अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि छात्रों को समयबद्ध प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए, ताकि वे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पात्रता की प्रक्रिया में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करें।
इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने हेतु तहसील स्तर पर उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी भी सम्मिलित होंगे। समिति जिले के कक्षा 11 व 12 के छात्रों की संख्या का आकलन कर तिथिवार रोस्टर तैयार करेगी। इसके तहत पटवारी, लेखपाल, कानूनगो एवं सीएससी डाटा एंट्री ऑपरेटरों की टीमें विद्यालयों का भ्रमण करेंगी।
प्रमाण पत्रों की प्रक्रिया के लिए एक तय समय-सीमा में कार्ययोजना तैयार की जाएगी तथा इसकी निगरानी तहसील स्तर पर प्रतिदिन की जाएगी। जिलाधिकारी ने रोस्टर की जानकारी विद्यालयों तक प्रचार-प्रसार के माध्यम से पहुंचाने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही प्रधानाचार्यों को आवश्यक दस्तावेजों की सूची छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को उपलब्ध कराने को कहा गया है।
निर्धारित तिथि को टीम विद्यालय पहुंचकर प्रधानाचार्य से समन्वय कर प्रमाण पत्रों हेतु आवश्यक शुल्क व दस्तावेज एकत्र कर उन्हें ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन माध्यम से संबंधित तहसील कार्यालय प्रेषित करेगी।
जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारी, तहसीलदार और खंड शिक्षा अधिकारियों को परस्पर समन्वय के साथ इस प्रक्रिया की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर जिलाधिकारी एन.एस. नबियाल, उप जिलाधिकारी मोनिका, जितेंद्र वर्मा, अनिल सिंह रावत व मुख्य शिक्षा अधिकारी जी.एस. सोन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।