देहरादून। प्रदेश में उमस और तेज गर्मी के चलते बिजली की मांग ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। बुधवार को बिजली की खपत 6.1 करोड़ यूनिट के पार पहुंच गई। ओवरलोडिंग के कारण कई स्थानों पर आपूर्ति बाधित रही। बढ़ती मांग को देखते हुए यूपीसीएल ने काशीपुर स्थित 321 मेगावाट क्षमता वाले गैस आधारित प्लांट का संचालन शुरू कर दिया है।
बिजली की इस बेतहाशा मांग ने लगातार दूसरे साल यूपीसीएल की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बीते वर्ष 13, 14 और 15 जून को भी 6.1 से 6.2 करोड़ यूनिट तक खपत दर्ज की गई थी। जबकि इससे पहले चार वर्षों में जून महीने में कभी भी मांग 5.5 करोड़ यूनिट से ऊपर नहीं गई थी।
मंगलवार को प्रदेश के सात सब स्टेशनों पर आपूर्ति बाधित रही। 132 केवी रामनगर में ढाई घंटे, जबकि ऋषिकेश, आईडीपीएल, बिंदाल, लालतप्पड़, भूपतवाला और ज्वालापुर में 13 से 29 मिनट तक बिजली गुल रही। इससे लोगों को भीषण गर्मी में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
यूपीसीएल अधिकारियों के अनुसार, फिलहाल राज्य में कहीं भी घोषित बिजली कटौती नहीं की जा रही है। आपूर्ति बनाए रखने के लिए बाजार से प्रतिदिन 40 लाख यूनिट बिजली खरीदी जा रही है। काशीपुर गैस प्लांट के लिए पहले से खरीदी गई गैस का इस्तेमाल शुरू कर दिया गया है।
वहीं, उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड की 21 जलविद्युत परियोजनाएं भी गर्मियों में दो करोड़ यूनिट तक बिजली उत्पादन कर रही हैं। ग्लेशियरों के पिघलने और हाल की बारिश के कारण जल स्तर बढ़ने से उत्पादन में सुधार हुआ है, जिससे यूपीसीएल को कुछ राहत मिली है।