हल्द्वानी। राज्य कर विभाग के कुछ अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और टैक्स चोरी के मामलों में लापरवाही बरतने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। सूत्रों के अनुसार, विभाग के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से बचते हुए टैक्स चोरी की बढ़ती घटनाओं पर चुप्पी साधे हुए हैं। पूरे बाजार क्षेत्र और आसपास के ग्रामीण इलाकों में बिना बिलों की बिक्री बढ़ती जा रही है, लेकिन विभाग ने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार का इन निरंकुश अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं है। सूत्रों के अनुसार, विभाग के कुछ कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि विभाग में भ्रष्टाचार की स्थितियां चरम पर पहुंच चुकी हैं। उनके अनुसार, जब कोई टैक्स चोरी की सूचना मिलती है, तो प्रवर्तन अधिकारी टैक्स चोरी के वाहनों को विभाग में लाने से बच रहे हैं। गाड़ी की चेकिंग में भी इन अधिकारियों का रवैया बेहद लापरवाह होता है।
विभाग में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले ये अधिकारी चुपचाप उच्च अधिकारियों की सूचनाओं को लीक कर रहे हैं, जिससे गुटका मसाला और अन्य प्रतिबंधित सामानों की आवक में भी वृद्धि हो रही है। इससे लगता है कि विभाग में काम करने के बजाय, इन अधिकारियों का मुख्य उद्देश्य टैक्स चोरी के खेल को बढ़ावा देना है।
सूत्रों के अनुसार, ऊधमसिंह नगर में एक अधिकारी है, जो इस काले साम्राज्य की बारीकी से जानकारी रखता है और उसकी सरपरस्ती में यूपी बॉर्डर से सामान पार कराया जा रहा है। हालांकि, विभाग को इन गतिविधियों से कोई फर्क नहीं पड़ता है।