देहरादून। उत्तराखंड के सभी सात राजकीय मेडिकल कॉलेजों में लंबे समय से खाली चल रहे प्राचार्य पदों पर अब स्थायी नियुक्तियां हो गई हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने चयन समिति की संस्तुति के आधार पर वरिष्ठ प्रोफेसरों और विभागाध्यक्षों को पदोन्नत कर प्राचार्य बनाया है।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 23 जुलाई 2025 को हुई विभागीय चयन समिति की बैठक में हल्द्वानी, देहरादून, श्रीनगर, अल्मोड़ा, हरिद्वार, रुद्रपुर और पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेजों के लिए प्राचार्य चुने गए। ₹1,44,200–2,18,200 (लेवल-14) वेतनमान में पदोन्नत प्राचार्य में डॉ. अरुण जोशी, डॉ. अजय आर्या, डॉ. गीता जैन, डॉ. चंद्र प्रकाश, डॉ. चंद्र मोहन सिंह रावत, डॉ. गोविंद सिंह तितियाल और डॉ. अरविंद कुमार सिंह शामिल हैं।
पदोन्नत प्राचार्य दो वर्ष की परिवीक्षा अवधि पर रहेंगे, जबकि उनके पदस्थापन आदेश अलग से जारी होंगे।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि इन नियुक्तियों से मेडिकल कॉलेजों की शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यक्षमता में इजाफा होगा, साथ ही चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता भी मजबूत होगी। उनका कहना है कि सरकार का उद्देश्य नेतृत्वकारी पदों पर सबसे योग्य व्यक्तियों को लाना है, ताकि प्रदेश को उत्कृष्ट चिकित्सक और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।


