देहरादून। आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ तले दबे एक ही परिवार के सात सदस्यों ने सोमवार देर रात जहर खाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली। यह हृदयविदारक घटना सेक्टर-26 थाना क्षेत्र की है, जहां सभी मृतक एक कार में बेहोशी की हालत में पाए गए। परिवार उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के कौलागढ़ इलाके का रहने वाला था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतकों में दंपती, उनके तीन बच्चे और परिवार के दो बुजुर्ग सदस्य शामिल हैं। इनमें से दो की पहचान प्रवीन मित्तल और उनके पिता देशराज मित्तल के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने सातों को मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी डायल 112 पर रात करीब 11 बजे मिली थी, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर रवाना हुई। कार से बरामद छह लोगों को सेक्टर-26 के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जबकि घर के बाहर बेसुध हालत में मिले एक अन्य व्यक्ति को नागरिक अस्पताल, सेक्टर-6 में भर्ती कराया गया, जहां उसकी भी मृत्यु हो गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रवीन मित्तल ने हाल ही में देहरादून में टूर एंड ट्रैवल का व्यवसाय शुरू किया था, जो चल नहीं पाया। लगातार घाटे और कर्ज के दबाव के चलते परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा था। बताया जा रहा है कि हालात इतने बदतर हो गए थे कि परिवार के पास रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने तक के साधन नहीं थे।
सूचना मिलने के बाद डीसीपी हिमाद्रि कौशिक सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने आत्महत्या के कारणों की पुष्टि के लिए शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों व परिचितों से पूछताछ जारी है।
इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोग स्तब्ध हैं और परिवार की आर्थिक बदहाली को लेकर प्रशासन की उदासीनता पर सवाल खड़े कर रहे हैं।