ISRO की सैटेलाइट तस्वीरों ने दिखाई उत्तरकाशी आपदा की भयावह तस्वीर, धराली गांव सबसे अधिक प्रभावित

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20 हेक्टेयर में फैला मलबा, नदी ने बदला रास्ता, दर्जनों इमारतें जलमग्न या ध्वस्त

उत्तरकाशी। इसरो (ISRO) की सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों ने उत्तरकाशी जनपद में आई आपदा की विनाशलीला को पूरी स्पष्टता से उजागर कर दिया है। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि करीब 20 हेक्टेयर क्षेत्र मलबे से पूरी तरह ढक गया है। भागीरथी नदी ने अपना प्राकृतिक प्रवाह बदल दिया है, जिससे धाराली गांव और आसपास के इलाके सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।

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तस्वीरों में कई इमारतें या तो पूरी तरह जलमग्न हैं या ध्वस्त हो चुकी हैं। धाराली गांव की तबाही की भयावहता सैटेलाइट से साफ नजर आ रही है।

राहत-बचाव कार्य में सभी एजेंसियां जुटीं
आपदा स्थल पर पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना, फायर विभाग और राजस्व विभाग की टीमें युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हैं। फंसे हुए लोगों को हेलिकॉप्टर के जरिए लगातार आईटीबीपी कैंप मातली लाया जा रहा है। गुरुवार सुबह 9 बजे तक 55 लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जा चुका था।

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केंद्र की अंतर मंत्रालयी टीम करेगी दौरा
आपदा प्रभावित क्षेत्रों का अगले सप्ताह केंद्र सरकार की अंतर मंत्रालयी विशेषज्ञ टीम दौरा करेगी। यह टीम न केवल नुकसान का जायजा लेगी, बल्कि भविष्य की राहत, बचाव और पुनर्निर्माण की रणनीति भी तैयार करेगी। विशेष रूप से भागीरथी में बन रही झील की स्थिति पर निगरानी रखने के लिए राज्य और सेना की संयुक्त टीम तैनात की जाएगी।

एनडीएमए कर रहा निगरानी और समीक्षा
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने गुरुवार को राज्य अधिकारियों के साथ आपदा की समीक्षा बैठक की। विभागाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि एनडीएमए की ओर से रेस्क्यू अभियान पर निगरानी रखी जा रही है और उत्तराखंड को हर आवश्यक सहायता तुरंत उपलब्ध कराई जा रही है।

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उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि पुनर्निर्माण कार्यों के लिए केंद्र सरकार से हर संभव आर्थिक सहायता दी जाएगी।
क्षति के प्रारंभिक आकलन के लिए अगले सप्ताह एक और टीम आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी।

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