उत्तराखंड में रोडवेज का संकट गहराया, 2026 तक घट जाएगी बसों की संख्या

खबर शेयर करें

देहरादून। उत्तराखंड में रोडवेज बसों की संख्या तेजी से घट रही है, जिससे सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। परिवहन निगम द्वारा 100 नई बसों की खरीद के लिए निकाला गया टेंडर किसी भी कंपनी ने नहीं भरा, जिससे बसों की आपूर्ति प्रक्रिया अटक गई है।

2025-26 तक 480 बसें हो जाएंगी कंडम
वर्तमान में परिवहन निगम के बेड़े में 835 बसें हैं। इस साल 55 बसें कंडम हो रही हैं, जबकि 2025-26 तक 480 बसें सेवा से बाहर हो जाएंगी। पिछले साल 150 नई बसों की खरीद से बेड़े की संख्या बढ़कर 930 हुई थी, लेकिन बढ़ती जरूरतों के मुकाबले बसों की संख्या कम होती जा रही है।

यह भी पढ़ें 👉  राजभवन से मिली मंजूरी, उत्तराखंड में सशक्त भू कानून समेत 9 विधेयक बने कानून

टेंडर रद्द, छह महीने की देरी संभव
परिवहन निगम ने मार्च में 100 नई बसों की खरीद के लिए टेंडर जारी किया था, लेकिन किसी भी कंपनी ने रुचि नहीं दिखाई। इस कारण टेंडर रद्द कर दिया गया। अब नई प्रक्रिया शुरू की जाएगी, लेकिन टेंडर जारी होने से लेकर बसों की आपूर्ति तक कम से कम छह महीने का वक्त लग सकता है। ऐसे में नए साल की शुरुआत में ही बसें मिल पाने की उम्मीद है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: अब पहाड़ों में भी साकार होगा पक्के घर का सपना, सरकार देगी सहायता

चारधाम यात्रा के लिए 125 बसें होंगी तैनात
इधर, चारधाम यात्रा के लिए 125 बसों का संचालन किया जाएगा। परिवहन निगम की एमडी रीना जोशी ने बताया कि “भीड़ बढ़ने पर जरूरत के हिसाब से अतिरिक्त बसें लगाई जाएंगी। बसों को अलग-अलग डिपो से भेजा जाएगा, जिससे नियमित रूटों पर प्रभाव कम पड़ेगा।”

“जल्द निकलेगा नया टेंडर” – रीना जोशी, एमडी परिवहन निगम

परिवहन निगम की एमडी रीना जोशी ने कहा कि “पहले टेंडर में कोई कंपनी शामिल नहीं हुई थी। अब हम दोबारा टेंडर निकालने जा रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही प्रक्रिया पूरी होगी और नई बसें आ जाएंगी।”