हल्द्वानी। ट्रांसपोर्ट नगर में चल रहे टैक्स चोरी के सिंडिकेट में लिप्त कारोबारियों के गिरोह में घबराहट का माहौल है। सूत्रों के अनुसार, राज्य कर विभाग द्वारा की गई छापेमारी के बाद गिरोह के सदस्य एक बार फिर उच्च अधिकारियों से मिले और अपनी समस्याओं को उठाया। इस घटना ने जांच अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिये हैं, जिससे पूरे मामले की पारदर्शिता पर संदेह उत्पन्न हो रहा है।
बताया जा रहा है कि पहाड़ी इलाकों में टैक्स चोरी के माल की धड़ल्ले से आपूर्ति हो रही है, जबकि चेकिंग के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, जांच के बावजूद गिरोह पर कोई असर नहीं पड़ा है, और अधिकारियों की सांठगांठ की चर्चाएं तेज हो गई हैं। वहीं, प्रवर्तन दल के अधिकारियों का रवैया भी सवालों के घेरे में है।
चर्चाएं हैं कि एक अधिकारी की टैक्स चोरी के गिरोह में शामिल सदस्यों से गहरी सांठगांठ है। इससे साफ प्रतीत होता है कि जांच और कार्रवाई में पारदर्शिता की कमी है, जो टैक्स चोरी की जड़ तक पहुंचने में रुकावट डाल रही है। इस घटनाक्रम ने व्यापारियों और अधिकारियों के बीच गहरे संबंधों पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे टैक्स चोरी रोकने के प्रयासों की ईमानदारी पर संदेह उत्पन्न हो रहा है।