टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने पद छोड़ने की इच्छा जताई है। रविवार को स्थानीय मीडिया ने वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से इस खबर की पुष्टि की। सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) को हालिया ऊपरी सदन के चुनावों में असफलता मिलने के बाद पार्टी में नए नेतृत्व की मांग जोर पकड़ रही थी। इसी दबाव के बीच इशिबा ने यह कदम उठाया है।
प्रधानमंत्री इशिबा रविवार शाम 6 बजे (स्थानीय समयानुसार) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना रुख स्पष्ट करेंगे। बताया जा रहा है कि शनिवार रात उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा और कृषि मंत्री शिंजिरो कोइज़ुमी से मुलाकात की थी। दोनों करीबी नेताओं ने उनसे एलडीपी में संभावित विभाजन से बचने के लिए स्वेच्छा से पद छोड़ने का आग्रह किया था।
68 वर्षीय शिगेरु इशिबा ने अक्टूबर 2024 में प्रधानमंत्री पद संभाला था। माना जाता है कि उन्होंने पार्टी में नेतृत्व की खींचतान को रोकने के लिए प्रतिनिधि सभा भंग कर शीघ्र चुनाव कराने की धमकी दी थी, लेकिन एलडीपी के भीतर उनके इस रुख का कड़ा विरोध हुआ। परिणामस्वरूप, संसद के दोनों सदनों में सरकार का बहुमत कमजोर हो गया।
एनएचके के अनुसार, इशिबा ने पार्टी में फूट से बचने के लिए यह कदम उठाया है, जबकि असाही शिंबुन का कहना है कि वे इस्तीफे की बढ़ती मांगों को झेल नहीं पा रहे थे। पिछले हफ्ते पार्टी के चार वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस्तीफे की पेशकश की थी। वहीं, जुलाई में ऊपरी सदन में हार के बाद विरोधी गुट लगातार उनसे पद छोड़ने की मांग कर रहा था।
सोमवार को एलडीपी सांसद और क्षेत्रीय अधिकारी औपचारिक रूप से नए नेतृत्व की मांग का प्रस्ताव पेश करेंगे। यदि आवश्यक बहुमत मिल गया, तो एलडीपी में नेतृत्व के लिए नए चुनाव कराए जाएंगे।

