नई दिल्ली। भारत के अंतरिक्ष अभियान को और गति मिल गई है। केंद्र सरकार ने महत्वाकांक्षी चंद्रयान-5 मिशन को मंजूरी दे दी है। इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस मिशन को जापान के सहयोग से लॉन्च किया जाएगा।
250 किलोग्राम का रोवर करेगा चंद्रमा का अध्ययन
इसरो अध्यक्ष ने बताया कि चंद्रयान-5 मिशन के तहत 250 किलोग्राम का रोवर चंद्रमा की सतह का अध्ययन करेगा। यह रोवर चंद्रमा पर मौजूद खनिजों और भौगोलिक संरचनाओं की गहन जांच करेगा, जिससे चंद्र अनुसंधान को नई दिशा मिलेगी।
चंद्रयान-4 मिशन की लॉन्चिंग 2027 में संभावित
इसरो ने चंद्रयान-4 मिशन को लेकर भी बड़ा अपडेट दिया है। इसरो प्रमुख के अनुसार, इस मिशन को 2027 में प्रक्षेपित करने की योजना है। चंद्रयान-4 मिशन का उद्देश्य चंद्रमा से नमूने एकत्र कर उन्हें पृथ्वी पर वापस लाना है।
चंद्र मिशनों में भारत की नई उपलब्धियां
भारत के चंद्र मिशन लगातार वैज्ञानिक खोजों और तकनीकी प्रगति के नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। चंद्रयान-3 की सफलता के बाद अब चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5 मिशन भारत की अंतरिक्ष अनुसंधान क्षमता को और मजबूती देने के लिए तैयार हैं।
ISRO के आगामी लक्ष्य
- 2027 में चंद्रयान-4 की लॉन्चिंग, चंद्रमा से नमूने वापस लाने का मिशन
- चंद्रयान-5 मिशन जापान के सहयोग से, 250 किलोग्राम का रोवर करेगा चंद्र अध्ययन
- आगामी वर्षों में मंगल और शुक्र मिशन पर भी काम शुरू करने की योजना
भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है, और चंद्रयान-5 की मंजूरी इस दिशा में एक और बड़ा कदम है।