उत्तरकाशी। जनपद में लगातार बारिश के कारण आपदाग्रस्त धराली क्षेत्र में सोमवार को हेली रेस्क्यू अभियान शुरू नहीं हो सका। खराब मौसम के चलते यहां हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाए। इस बीच, उत्तरकाशी को हर्षिल से जोड़ने वाले क्षतिग्रस्त लिमचीगाड़ वैली ब्रिज का पुनर्निर्माण कर दिया गया है, जिससे राहत सामग्री और मशीनरी की आपूर्ति में तेजी आ सकेगी।
धराली में बचाव कार्य के दूसरे चरण की शुरुआत कर दी गई है। इसके लिए आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी को इंसीडेंट कमांडर और कमांडेंट एसडीआरएफ अर्पण यदुवंशी को डिप्टी कमांडर नियुक्त किया गया है। पहले चरण में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, अब लापता लोगों की तलाश की जाएगी।
पांच अगस्त को धराली और हर्षिल में बादल फटने और बाढ़ के बाद से राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं। रविवार को खराब मौसम के चलते कई बार मातली और चिन्यालीसौड़ हेलिपैड से हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाए। मौसम खुलने पर सेना के एमआई-17 और निजी हेलीकॉप्टरों से राहत सामग्री भेजी गई और फंसे लोगों को निकाला गया।
अब तक 1273 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। रविवार दोपहर तीन बजे तेज बारिश के चलते रेस्क्यू अभियान रोकना पड़ा। आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र के अनुसार रविवार को 150 लोगों को निकाला गया, जबकि सुबह मौसम साफ होने के बाद पौने दस बजे से हेलीकॉप्टरों के जरिए खाद्य सामग्री और रसद हर्षिल भेजी गई।

