हल्द्वानी: नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव ने अब सियासी अखाड़े का रूप ले लिया है। भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं, और आरोप-प्रत्यारोप का दौर अपने चरम पर है। शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने हल्द्वानी कोतवाली में एसपी सिटी से मुलाकात कर 14 अगस्त को चुनाव के दौरान हुई मारपीट, अभद्रता और जिला पंचायत सदस्यों को गायब करने की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की मांग की।
भाजपा ने आरोप लगाया कि उनकी अधिकृत प्रत्याशी दीपा दर्मवाल की तल्लीताल थाने में दर्ज नामजद शिकायत में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं—विधायक यशपाल आर्या, विधायक सुमित हृदयेश, विधायक मोहन कापड़ी और पूर्व विधायक संजीव आर्या के नाम शामिल होने के बावजूद पुलिस ने अब तक मुकदमा दर्ज नहीं किया।
भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस इस मामले में बेवजह राजनीति कर भाजपा और प्रदेश सरकार की छवि खराब करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस जिस प्रत्याशी का समर्थन कर रही है, उसके पति लाखन नेगी पर नैनीताल के विभिन्न थानों में 12 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें पॉक्सो और हिस्ट्रीशीट जैसे गंभीर मामले भी शामिल हैं। भाजपा ने मांग की कि इन मामलों में भी तुरंत कार्रवाई की जाए।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस प्रशासन से पूरे प्रकरण में निष्पक्ष कार्रवाई का आग्रह किया। इस मौके पर विधायक राम सिंह कैड़ा (भीमताल), विधायक दीवान सिंह बिष्ट (रामनगर), हल्द्वानी मेयर गजराज सिंह बिष्ट, पूर्व मेयर जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, प्रदेश सह-कोषाध्यक्ष साकेत अग्रवाल, पूर्व दर्जा राज्य मंत्री तरुण बंसल, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत और विकास भगत समेत भाजपा के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।