उत्तरकाशी। धराली में आई भीषण आपदा को मंगलवार को एक सप्ताह पूरा हो गया, लेकिन हालात अब भी सामान्य नहीं हैं। मौसम विभाग के भारी बारिश के अलर्ट और हर्षिल घाटी में करीब एक घंटे हुई तेज बरसात से खीर गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे प्रभावित गांवों में दहशत फैल गई। घबराए ग्रामीण दूसरी पहाड़ी पर शरण लेने को मजबूर हुए।
प्रशासन ने अब तक 42 लोगों के लापता होने की पुष्टि की है। इनमें सेना के नौ जवान, धराली गांव के आठ, निकटवर्ती गांव के पांच, टिहरी जिले के एक, बिहार के 13, उत्तर प्रदेश के छह और नेपाल मूल के 29 मजदूर शामिल हैं। हालांकि, नेपाल मूल के पांच मजदूरों से संपर्क हो चुका है, लेकिन शेष 24 का अब तक कोई सुराग नहीं मिला।
आपदा से 40 होटल, होमस्टे और रिजॉर्ट के क्षतिग्रस्त होने का प्रारंभिक आकलन किया गया है। मलबे में दफन धराली बाजार में लापता लोगों की तलाश के लिए सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान लगातार अभियान चला रहे हैं। शुरुआती अनुमान में लापता लोगों की संख्या 15 बताई गई थी, लेकिन आपदा के बाद संचार सेवा बहाल होने और जानकारी जुटाने पर यह आंकड़ा बढ़कर 42 तक पहुंच गया है।